Muzaffarpur ATM Fraud: जब तक समझ पाते, हाथ की लकीरें बदल चुकी थीं और बैंक खाते से पैसे गायब। मुजफ्फरपुर एक बार फिर ठगी के ऐसे ही नए मामले से दहला है, जहाँ एक बुजुर्ग व्यक्ति को अपनी मेहनत की कमाई गंवानी पड़ी।
Muzaffarpur ATM Fraud: बुजुर्ग के एटीएम कार्ड बदल 30 हज़ार उड़ाए, पुलिस जांच में जुटी
Muzaffarpur ATM Fraud: कैसे दिया गया घटना को अंजाम?
मुजफ्फरपुर शहर में साइबर अपराधियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला एक बार फिर एटीएम बूथ से सामने आया है, जहाँ एक बुजुर्ग व्यक्ति के एटीएम कार्ड को बड़ी चालाकी से बदलकर उनके खाते से 30 हजार रुपये उड़ा लिए गए। यह घटना मिठनपुरा थाना क्षेत्र के एक एटीएम बूथ पर हुई, जब वृद्ध व्यक्ति पैसे निकालने गए थे। अपराधियों ने मदद के बहाने बुजुर्ग से उनका कार्ड लिया और फिर बड़ी सफाई से असली कार्ड बदलकर नकली कार्ड थमा दिया। कुछ ही देर बाद उनके मोबाइल पर पैसे निकलने का मैसेज आया, तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी और मामले में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, इस तरह की ऑनलाइन ठगी की वारदातें लगातार बढ़ रही हैं, जहाँ अपराधी एटीएम बूथ पर अकेले या कम पढ़े-लिखे लोगों को निशाना बनाते हैं। वे अक्सर मदद का झांसा देकर या एटीएम मशीन में खराबी का बहाना बनाकर लोगों के कार्ड बदलते हैं और पिन नंबर हासिल कर लेते हैं। इस मामले में भी आशंका है कि किसी शातिर ठग ने बुजुर्ग की मदद करने का नाटक कर उनका विश्वास जीता और फिर मौके का फायदा उठाकर उनका एटीएम कार्ड बदल दिया।
देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
बढ़ते साइबर अपराध: क्या करें और क्या न करें?
साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बैंक और पुलिस दोनों ही लगातार लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इस तरह की ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए सतर्क रहना ही एकमात्र उपाय है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। विशेषज्ञों का मानना है कि एटीएम का इस्तेमाल करते समय अत्यधिक सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। किसी भी अजनबी व्यक्ति को अपना एटीएम कार्ड या पिन नंबर न बताएं। यदि आपको एटीएम मशीन का उपयोग करने में कोई समस्या आती है, तो बैंक कर्मचारियों से संपर्क करें या किसी विश्वसनीय व्यक्ति से मदद लें। अपने बैंक खाते और लेनदेन की जानकारी किसी के साथ साझा न करें। यदि आपके साथ कोई ऐसी घटना होती है, तो तुरंत अपने बैंक और स्थानीय पुलिस को सूचित करें। इस प्रकार की घटनाएं दर्शाती हैं कि डिजिटल लेनदेन में सुविधा के साथ-साथ सुरक्षा का ध्यान रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। पुलिस इस मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और जल्द ही अपराधियों तक पहुंचने का दावा कर रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

