Boxing Day Test: क्रिकेट प्रेमियों, तैयार हो जाइए एक हैरान कर देने वाली खबर के लिए! जिस ‘बॉक्सिंग डे टेस्ट’ को दुनिया भर में क्रिकेट का त्योहार माना जाता है, वही ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया है।
‘Boxing Day Test’ ने फिर दिया क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को बड़ा झटका, बोर्ड को हुआ करोड़ों का नुकसान!
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर बड़े आयोजनों के बाद भी लगातार आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। हाल ही में खत्म हुए एशेज सीरीज के चौथे मैच के महज दो दिन में समाप्त हो जाने के कारण बोर्ड को करीब 60 करोड़ रुपये का भारी ‘घाटा’ उठाना पड़ा है। यह सिर्फ एक मैच का असर नहीं है, बल्कि लगातार हो रहे ऐसे वाकये बोर्ड के वित्तीय प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रहे हैं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया, जो अपने मेगा इवेंट्स के लिए जाना जाता है, अब इन झटकों से जूझ रहा है।
आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह नुकसान तब हुआ जब एक रोमांचक मुकाबले की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन मैच ने तेजी से अपना रुख बदला और दो दिनों के भीतर ही खत्म हो गया, जिससे टिकट बिक्री, विज्ञापन और ब्रॉडकास्टिंग रेवेन्यू पर सीधा असर पड़ा।
‘Boxing Day Test’ ने कैसे पहुंचाया क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को नुकसान?
दरअसल, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ‘बॉक्सिंग डे टेस्ट’ जैसे बड़े आयोजनों से भारी राजस्व की उम्मीद की थी। लेकिन एशेज सीरीज का चौथा मैच अप्रत्याशित रूप से केवल दो दिन में खत्म हो गया, जिसके चलते बोर्ड को लगभग 60 करोड़ रुपये का बड़ा नुकसान झेलना पड़ा। यह राशि बोर्ड की वित्तीय स्थिति के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर जब वे पहले से ही चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
यह पहला मौका नहीं है जब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इस तरह का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। इसी साल भारत की मेजबानी करने के बावजूद बोर्ड को करीब 68 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को अपनी राजस्व रणनीतियों और मैच आयोजनों की योजना में गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसे ‘घाटे’ से बचा जा सके। खेल जगत की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें
वित्तीय चुनौतियों से जूझ रहा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के लिए यह स्थिति चिंताजनक है। एशेज जैसे प्रतिष्ठित टेस्ट मैच का इतनी जल्दी समाप्त हो जाना न केवल क्रिकेट प्रेमियों के लिए निराशाजनक था, बल्कि इसका सीधा असर बोर्ड के खजाने पर भी पड़ा। ऐसे में, बोर्ड को अपनी रणनीति पर फिर से विचार करना होगा ताकि वह बड़े मुकाबलों से अधिकतम राजस्व प्राप्त कर सके और ऐसे अप्रत्याशित नुकसान से बच सके। आने वाले समय में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इन चुनौतियों से निपटने के लिए मजबूत वित्तीय योजना बनानी होगी।

