Aaj Ka Panchang: प्रत्येक दिवस प्रकृति के गर्भ से एक नया आरंभ लेकर आता है, जिसमें ग्रहों और नक्षत्रों की चाल हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। सनातन धर्म में पंचांग का महत्व अत्यधिक है, यह हमें समय की सूक्ष्म गणनाओं से अवगत कराता है, जिससे हम अपने दैनिक कार्यों को सुचारु रूप से संपन्न कर सकें और जीवन में संतुलन बनाए रख सकें।
Aaj Ka Panchang: 28 दिसंबर 2025 का दिव्य पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त
आज का पंचांग: जानें 28 दिसंबर 2025 के मुख्य ज्योतिषीय बिंदु
आज, 28 दिसंबर 2025, रविवार का दिन है और हम पौष मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी उपरांत नवमी तिथि में प्रवेश कर रहे हैं। यह पवित्र दिन माँ दुर्गा और सूर्य देव की उपासना के लिए विशेष फलदायी माना जाता है। पंचांग की गणनाएँ हमें दिन के शुभ-अशुभ समय, नक्षत्रों की स्थिति और ग्रहों के गोचर की विस्तृत जानकारी प्रदान करती हैं, जिससे हम किसी भी महत्वपूर्ण कार्य का आरंभ अत्यंत सावधानीपूर्वक कर सकें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस दिन के शुभ-अशुभ मुहूर्त का ज्ञान होना हमें अनचाही बाधाओं से बचाता है और सफलता की राह प्रशस्त करता है।
पंचांग के अनुसार, 28 दिसंबर 2025, रविवार को पौष शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि प्रातःकाल 08 बजकर 20 मिनट तक रहेगी, जिसके उपरांत नवमी तिथि का आरंभ होगा। यह नवमी तिथि अगले दिन तक प्रभावी रहेगी। सूर्य धनु राशि में और चंद्र मीन राशि में गोचर करेंगे। इस दिन रेवती नक्षत्र पूरे दिन प्रभावी रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। योग की बात करें तो सिद्धि योग भी इस दिन के शुभता में वृद्धि करेगा।
धर्म, व्रत और त्योहारों की संपूर्ण जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: धर्म, व्रत और त्योहारों की संपूर्ण जानकारी के लिए यहां क्लिक करें। इस पावन बेला में, जब हम पंचांग के गूढ़ रहस्यों को समझते हैं, तब जीवन में एक नई दिशा और ऊर्जा का संचार होता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
28 दिसंबर 2025, रविवार के महत्वपूर्ण मुहूर्त
| विवरण | समय |
|---|---|
| **अभिजीत मुहूर्त** | दोपहर 12:00 बजे से 12:45 बजे तक |
| **विजय मुहूर्त** | दोपहर 02:00 बजे से 02:45 बजे तक |
| **गोधूलि मुहूर्त** | शाम 05:25 बजे से 05:50 बजे तक |
| **ब्रह्म मुहूर्त** | सुबह 05:15 बजे से 06:05 बजे तक |
| **राहुकाल** | शाम 04:30 बजे से 06:00 बजे तक |
| **यमगण्ड** | दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक |
| **गुलिक काल** | दोपहर 02:30 बजे से 04:00 बजे तक |
| **दिशा शूल** | पश्चिम दिशा (यात्रा से बचें) |
निष्कर्ष और उपाय
इस प्रकार, आज का पंचांग हमें प्रत्येक क्षण की महत्ता का बोध कराता है। यह केवल तिथियों और नक्षत्रों का विवरण मात्र नहीं, अपितु जीवन के प्रत्येक पड़ाव पर सही निर्णय लेने का दिव्य मार्गदर्शन है। अपने दिन की शुरुआत ईश्वर के स्मरण के साथ करें और पंचांग के अनुसार शुभ-अशुभ मुहूर्त का ध्यान रखते हुए कार्यों को अंजाम दें। किसी भी महत्वपूर्ण कार्य के लिए राहुकाल में शुरुआत करने से बचें। सूर्य देव को जल अर्पित करें और ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप करें, इससे आरोग्य और सौभाग्य की प्राप्ति होगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



