Bihar Weather: जीवन का पारा जम गया है, सांसों में बर्फीली चुभन है और प्रकृति ने अपनी सर्द चादर कुछ ऐसे ओढ़ी है कि बिहार मानों एक विशालकाय रेफ्रिजरेटर में बदल गया है। इस बार की सर्दी सिर्फ दस्तक नहीं दे रही, बल्कि अपने प्रचंड रूप से पूरे प्रदेश को जकड़े हुए है।
Bihar Weather: बिहार में कोल्ड टॉर्चर का ऑरेंज अलर्ट जारी, गया में पारा 5.2 डिग्री
बिहार इस वक्त भीषण ठंड की चपेट में है, जहां मौसम ने अपने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त करने की तैयारी कर ली है। बर्फीली पछुआ हवाएं, घना कोहरा और शीत दिवस जैसी स्थितियां आम जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर चुकी हैं। घरों में दुबकने पर मजबूर लोग अलाव और हीटर के सहारे इस कड़ाके की ठंड से मुकाबला कर रहे हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। राजधानी पटना समेत लगभग सभी जिलों में सुबह और शाम के वक्त घने कोहरे का आलम रहता है, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो गई है और यातायात पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
Bihar Weather अलर्ट: 2 जनवरी तक जारी रहेगा प्रकोप
मौसम विभाग ने आगामी 2 जनवरी तक राज्य में ‘कोल्ड टॉर्चर’ का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जो बताता है कि आने वाले दिनों में ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। विशेषकर गया जिला ठंड के मामले में सबसे आगे चल रहा है, जहां न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यह स्थिति कृषि से लेकर जन स्वास्थ्य तक, हर क्षेत्र को प्रभावित कर रही है। डॉक्टर बुजुर्गों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। इस शीत लहर के कारण अस्पतालों में सर्दी-खांसी और निमोनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है।
राज्य के अन्य जिलों जैसे मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया और पूर्वी चंपारण में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे बना हुआ है। दिन के समय भी सूरज की किरणें बेअसर साबित हो रही हैं, जिससे लोगों को दिनभर ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने और घर में ही सुरक्षित रहने की अपील की है।
तापमान में गिरावट और जनजीवन पर असर
लगातार गिरता पारा और सर्द हवाएं बिहार के जनजीवन को पूरी तरह से बाधित कर रही हैं। बाजारों में सन्नाटा पसरा है और दैनिक मजदूर अपने काम पर जाने से कतरा रहे हैं। ठंड के कारण स्कूलों में छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं, जिससे बच्चों को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन उनके स्वास्थ्य को लेकर अभिभावक चिंतित हैं। कई जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है, लेकिन वह भी इस भीषण ठंड के आगे नाकाफी साबित हो रही है। इस समय आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। आने वाले दिनों में भी मौसम के मिजाज में कोई बड़ा बदलाव आने की उम्मीद नहीं है, ऐसे में लोगों को अभी और कुछ दिनों तक इस प्रचंड ठंड का सामना करना पड़ सकता है। शीत लहर के चलते फसलों पर भी बुरा असर पड़ने की आशंका है, खासकर आलू और सरसों जैसी रबी की फसलों को पाले से नुकसान हो सकता है।




