बिहार ट्रेन हादसा: शनिवार की रात बिहार की रेल पटरियां एक बार फिर थर्रा उठीं, जब जमुई जिले में हावड़ा-किऊल रेलखंड पर एक मालगाड़ी अपने गंतव्य की ओर बढ़ती हुई अचानक पटरी से उतर गई, मानो किसी अदृश्य शक्ति ने उसकी रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया हो। यह घटना देर रात करीब सिमुलतला स्टेशन के पास हुई, जिसने रेल प्रशासन को अलर्ट पर ला दिया।
बिहार ट्रेन हादसा: देर रात का मंजर और पलटी मालगाड़ी
जमुई जिले के सिमुलतला स्टेशन के समीप देर रात हुए बिहार ट्रेन हादसा ने सबको चौंका दिया। हावड़ा-किऊल रेलखंड पर झाझा की ओर जा रही एक मालगाड़ी अचानक डीरेल हो गई, जिससे कई डिब्बे पटरी से उतर गए और पलट गए। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया। तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। हालांकि, यह राहत की बात है कि यह एक मालगाड़ी थी, जिससे किसी मानवीय क्षति की खबर नहीं है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस रेल दुर्घटना के कारण हावड़ा-किऊल रेलखंड पर कुछ समय के लिए यातायात बाधित हो गया।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, यह घटना तकनीकी खराबी या पटरी में समस्या के कारण हुई हो सकती है। घटना स्थल पर रेलवे के वरीय अधिकारी पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। क्षतिग्रस्त बोगियों को हटाने और पटरी को ठीक करने का काम युद्धस्तर पर जारी है ताकि जल्द से जल्द रेल यातायात सामान्य किया जा सके। इस बीच कई ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाया जा रहा है या कुछ को रद्द भी किया गया है।
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रेल यातायात पर असर और जांच के आदेश
इस घटना के बाद रेलवे ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। एक जांच समिति का गठन किया गया है जो यह पता लगाएगी कि मालगाड़ी के पटरी से उतरने का असली कारण क्या था। जमुई और आसपास के क्षेत्रों में इस घटना को लेकर चर्चाएं गर्म हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस रूट पर सुरक्षा और रखरखाव की जांच नियमित रूप से होनी चाहिए।
यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में ऐसी किसी भी रेल दुर्घटना से बचा जा सके। रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखता है और इस दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।


