Bihar Teacher: शिक्षा का मंदिर, जिसकी नींव शिक्षकों के भरोसे पर टिकी होती है, जब वही नींव हिलने लगे तो भविष्य धुंधला पड़ना तय है। बिहार में शिक्षक व्यवस्था से जुड़े दो बड़े खुलासों ने एक बार फिर पूरे शिक्षा तंत्र को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है।
## Bihar Teacher: बिहार में शिक्षकों पर बड़ा एक्शन, फर्जी डिग्री और स्कूल से नदारद रहने वालों पर गिरेगी गाज
## Bihar Teacher: निगरानी विभाग की कार्रवाई और नदारद शिक्षकों पर शिकंजा
बिहार में शिक्षक बहाली प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर सरकार की सख्ती लगातार जारी है। एक तरफ जहां निगरानी विभाग फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है, वहीं दूसरी ओर लंबे समय से बिना सूचना के स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन दोहरी कार्रवाइयों से राज्य के शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और हजारों शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटक रही है।
निगरानी विभाग ने उन सभी शिक्षकों के खिलाफ अपनी जांच तेज कर दी है, जिन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र का इस्तेमाल करके सरकारी स्कूलों में अपनी जगह बनाई थी। विभाग ने ऐसे मामलों में FIR दर्ज करने का सिलसिला शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि ऐसे शिक्षकों की संख्या हजारों में हो सकती है, जिन पर यह कार्रवाई हो सकती है। इस व्यापक अभियान का मकसद शिक्षा व्यवस्था से भ्रष्टाचार को खत्म करना है।
## शिक्षा व्यवस्था की सफाई: फर्जीवाड़े पर प्रहार
राज्य सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसी कड़ी में गलत तरीके से नियुक्त शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। यह न केवल उन मेहनती और योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय है जो ईमानदारी से परीक्षा पास करके शिक्षक बनना चाहते हैं, बल्कि यह शिक्षा के मूल उद्देश्यों को भी कमजोर करता है। यह देखना होगा कि इस बड़े पैमाने के फर्जीवाड़े को रोकने के लिए विभाग भविष्य में क्या कदम उठाता है।
शिक्षक संगठनों ने भी इस मामले पर चिंता व्यक्त की है और सरकार से अपील की है कि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित की जाए ताकि किसी भी निर्दोष शिक्षक को बेवजह परेशान न होना पड़े। वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सबूतों के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
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## गैरहाजिर शिक्षकों पर होगी सख्त कार्रवाई
फर्जी प्रमाण पत्र धारकों के अलावा, शिक्षा विभाग उन शिक्षकों पर भी नकेल कस रहा है जो बिना किसी पूर्व सूचना के लंबे समय से अपनी ड्यूटी से गायब हैं। ऐसे शिक्षकों की पहचान कर उन पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी है। विभाग ने सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को ऐसे शिक्षकों की सूची तैयार करने और उन पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह कदम स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और पठन-पाठन के माहौल को बेहतर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
नये साल से पहले विभाग ने इस संबंध में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, जिससे अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। कई बार देखा गया है कि शिक्षक स्कूल तो आते हैं लेकिन कक्षाएं लेने की बजाय दूसरे कामों में व्यस्त रहते हैं। विभाग इस प्रवृत्ति पर भी लगाम लगाने की योजना बना रहा है ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
इन सभी कदमों से बिहार की शिक्षा व्यवस्था में एक नई क्रांति आने की उम्मीद है, जहां केवल योग्य और समर्पित शिक्षक ही रहेंगे, जिससे राज्य के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके।


