Hot Air Balloon Ride: दिल्ली के जहरीले आसमान में एक सपना, जो हवा में ही सिमट गया। यमुना किनारे ‘बांसरा पार्क’ में बड़े तामझाम से शुरू हुई हॉट एयर बैलून राइड उम्मीदों की उड़ान नहीं भर पा रही है, क्योंकि दिल्ली की दमघोंटू हवा ने पर्यटकों का मिजाज बिगाड़ दिया है।
हॉट एयर बैलून राइड: दिल्ली के जहरीले आसमान में दम तोड़ती एक रोमांचक उड़ान
दिल्ली में हॉट एयर बैलून राइड: उत्साह ठंडा क्यों पड़ा?
दिल्ली की हवा में घुलता जहर अब रोमांचक अनुभवों पर भी भारी पड़ रहा है। 29 नवंबर को यमुना किनारे ‘बांसरा पार्क’ में एक बड़े ‘इको-एडवेंचर’ के रूप में लॉन्च की गई हॉट एयर बैलून राइड को लेकर शुरुआती उत्साह जल्द ही फीका पड़ गया। आयोजकों को उम्मीद थी कि यह राइड पर्यटकों के लिए एक नया आकर्षण बनेगी, लेकिन दिल्ली प्रदूषण ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। स्थिति यह है कि वीकेंड पर भी औसतन केवल 20 टिकट ही बिक पा रहे हैं।
शुरुआत में प्रति व्यक्ति 3,000 रुपये का किराया रखा गया था, लेकिन कम रुचि के कारण इसे घटाकर 2,300 रुपये कर दिया गया है। फिर भी खरीदार नहीं मिल रहे। अब आयोजक ज्यादा लोगों तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली शुरू करने की तैयारी में हैं, ताकि इस रोमांचक यात्रा को फिर से गति मिल सके।
विशेषज्ञों ने इस परियोजना को ‘ग्रीनवॉशिंग’ करार दिया है। उनका तर्क है कि जब शहर पहले से ही गंभीर वायु प्रदूषण से जूझ रहा हो, तब धुंध भरे आसमान में ऊपर जाकर शहर का नजारा देखने का कोई औचित्य नहीं है। यह परियोजना कहीं न कहीं शहर के वास्तविक पर्यावरणीय मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है। इसके अतिरिक्त, यमुना के संवेदनशील मैदानी इलाकों में पर्यटकों की भीड़ पारिस्थितिकी तंत्र को भी नुकसान पहुंचा सकती है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
विस्तार योजनाओं पर फिलहाल लगा विराम
दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) की योजना इस हॉट एयर बैलून राइड को असिता पार्क, यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज जैसी अन्य जगहों पर भी शुरू करने की थी। हालांकि, वर्तमान निराशाजनक प्रतिक्रिया को देखते हुए, इन विस्तार योजनाओं पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। मांग में सुधार होने तक अब इन पर विचार नहीं किया जाएगा।
यह राइड एक निजी ऑपरेटर द्वारा संचालित की जा रही है। इसमें गुब्बारे को जमीन से बांधकर 100-150 फीट की ऊंचाई तक ले जाया जाता है। 7 से 12 मिनट की इस उड़ान में एक बार में चार लोग बैठ सकते हैं। आयोजकों को उम्मीद है कि फरवरी तक आसमान साफ होने पर दृश्यता बेहतर होगी और दिल्लीवासी तथा पर्यटक इस अनूठे साहसिक अनुभव के लिए एक बार फिर आकर्षित होंगे। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

