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दिसम्बर, 28, 2025

SIP Investment: क्या हर किसी के लिए फायदेमंद है एसआईपी? जानें कब रहें दूर!

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SIP Investment: आजकल जहां निवेश की बात आती है, म्यूचुअल फंड और खासकर SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) का नाम सबसे पहले ज़हन में आता है। बेहतर रिटर्न की उम्मीद और निवेश में आसानी ने इसे निवेशकों के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है। हालांकि, हर चमकती चीज़ सोना नहीं होती और हर लोकप्रिय निवेश विकल्प सबके लिए सही नहीं होता। वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ खास परिस्थितियों में SIP में निवेश करना फायदे की जगह नुकसान का सौदा बन सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। आपको उन स्थितियों से अवगत करा रहा है, जब आपको SIP से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

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SIP Investment: क्या हर किसी के लिए फायदेमंद है एसआईपी? जानें कब रहें दूर!

SIP Investment: किन निवेशकों को एसआईपी से बचना चाहिए?

आमतौर पर SIP को निवेश का एक आसान और प्रभावी तरीका माना जाता है, लेकिन इसकी सफलता लंबी अवधि के अनुशासन और बाजार की समझ पर निर्भर करती है। उन लोगों के लिए SIP हमेशा उचित नहीं है जो बाजार की अस्थिरता को सहन नहीं कर सकते या जिनके वित्तीय लक्ष्य अल्पकालिक हैं।

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1. कम समय के लिए निवेश करने वाले

SIP का असली लाभ तभी मिलता है जब निवेश लंबी अवधि के लिए किया जाए। यदि आपका इरादा केवल कुछ महीनों या एक-दो साल के लिए पैसा लगाकर निकालना है, तो म्यूचुअल फंड के माध्यम से SIP आपके लिए सही विकल्प नहीं है। बाजार के उतार-चढ़ाव को संतुलित करने और कंपाउंडिंग का पूरा फायदा उठाने के लिए कम से कम 3 से 5 साल या उससे अधिक का निवेश क्षितिज आवश्यक होता है। अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए, तरल फंड या सावधि जमा जैसे अधिक स्थिर विकल्प बेहतर हो सकते हैं।

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यह भी पढ़ें:  SIP Investment: 2025 में ₹3 ट्रिलियन का ऐतिहासिक आंकड़ा पार, क्यों बदल रहा है भारतीय निवेशकों का मन?

2. सिर्फ टैक्स बचाने के मकसद से निवेश करने वाले

जो निवेशक केवल इनकम टैक्स बचाने के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) जैसे विकल्पों में पैसा लगाते हैं और बाजार के जोखिम से बचना चाहते हैं, उनके लिए भी SIP हमेशा सही नहीं होता। ELSS फंड तीन साल के लॉक-इन पीरियड के साथ आते हैं, लेकिन इसमें भी आपका पैसा बाजार से जुड़ा होता है। अगर आप बाजार के जोखिमों को नहीं समझना चाहते और सिर्फ टैक्स बचाना आपका प्राथमिक लक्ष्य है, तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) या नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) जैसे विकल्प ज्यादा सुरक्षित हो सकते हैं।

3. जोखिम न लेने वाले निवेशक

जो निवेशक अपने पूंजी को पूरी तरह से सुरक्षित रखना चाहते हैं और किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहते, उनके लिए SIP में निवेश करना सही नहीं है। SIP का रिटर्न सीधे शेयर बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। बाजार में गिरावट आने पर आपके निवेश की कीमत भी कम हो सकती है। ऐसे में यदि आप मानसिक रूप से इस उतार-चढ़ाव के लिए तैयार नहीं हैं, तो यह विकल्प आपको निराशा दे सकता है। ऐसे निवेशकों को बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट, सरकारी बॉन्ड या पोस्ट ऑफिस स्कीम्स जैसे सुरक्षित विकल्पों पर विचार करना चाहिए, भले ही उनमें रिटर्न थोड़ा कम हो। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।

निष्कर्ष और अन्य विकल्प

SIP एक शानदार टूल है, लेकिन यह सभी के लिए फिट नहीं बैठता। अपने वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम लेने की क्षमता और निवेश की अवधि का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करना महत्वपूर्ण है। किसी भी निवेश का फैसला करने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना हमेशा बुद्धिमानी होती है। सही रणनीति के साथ, आप अपने धन को बढ़ा सकते हैं और अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं। रियल-टाइम बिजनेस – टेक्नोलॉजी खबरों के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/business/

याद रखें, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। सही जानकारी आपको सही निर्णय लेने में मदद करती है।

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