Congress organizational strength: राजनीति की बिसात पर हर खिलाड़ी अपनी चाल चलता है, लेकिन चाल मजबूत तभी होती है जब संगठन की नींव पक्की हो। कांग्रेस के भीतर भी अब इसी ‘नींव’ को मजबूत करने की बात पुरज़ोर तरीके से उठने लगी है। रविवार को कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के 140वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान शशि थरूर ने अपने साथी नेता दिग्विजय सिंह के विचारों का खुलकर समर्थन किया, जिसमें संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया गया है। कार्यक्रम में थरूर पार्टी के इंदिरा भवन मुख्यालय में दिग्विजय सिंह के बगल में बैठे थे।
कांग्रेस के लिए क्यों अहम है Congress organizational strength?
दिग्विजय सिंह ने शनिवार को उस समय राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी थी, जब उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की संगठनात्मक क्षमता की खुले तौर पर प्रशंसा की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए बताया था कि कैसे एक जमीनी कार्यकर्ता अपने नेताओं के चरणों में बैठकर सीखता हुआ मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री के पद तक पहुंचा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की आवश्यकता पर भी बल दिया, यह कहते हुए कि सत्तारूढ़ भाजपा से मुकाबला करने और उसे सत्ता से हटाने के लिए यह बेहद आवश्यक है।
सिंह की इस टिप्पणी के ठीक एक दिन बाद, जब थरूर से इस विषय पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के कहा, “संगठन को मजबूत किया जाना चाहिए, इसमें कोई संदेह नहीं है।” उनसे जब दिग्विजय सिंह के बगल में बैठने और दोनों के बीच इस विषय पर चर्चा होने के बारे में पूछा गया तो थरूर ने मुस्कुराते हुए कहा, “हम आपस में बात करते रहते हैं, हम मित्र हैं और एक-दूसरे से बातचीत करते रहते हैं।”
कांग्रेस का गौरवशाली इतिहास और वर्तमान की चुनौतियां
थरूर ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, “आज कांग्रेस का 140वां स्थापना दिवस है। यह पार्टी के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण अवसर है। यह वह दिन है जब हम अपने गौरवशाली इतिहास और देश के लिए पार्टी के योगदान को याद करते हैं।” उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में भी इस अवसर को रेखांकित किया। उन्होंने लिखा, “आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की 140वीं वर्षगांठ है। यह वही संगठन है जिसने ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई का नेतृत्व करने में निर्णायक भूमिका निभाई।”
उन्होंने आगे लिखा, “वर्ष 1885 में अपने पहले अधिवेशन से लेकर आज तक, कांग्रेस पार्टी देश की लोकतांत्रिक यात्रा और राजनीतिक विकास की एक मजबूत आधारशिला बनी हुई है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। आज इंदिरा भवन में यह अवसर गंभीरता और आपसी सौहार्द के साथ मनाया गया। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।” इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने संगठन की मजबूती और देश के भविष्य पर अपने विचार साझा किए।



