Jamui Train Accident: यह महज़ एक रेल दुर्घटना नहीं, बल्कि पूर्वी भारत की जीवनरेखा पर लगा ऐसा ग्रहण है, जिसने समूचे रेल यातायात को थमने पर मजबूर कर दिया है।
जमुई रेल दुर्घटना: पूर्वी भारत की थम गई रफ्तार, जानें कब मिलेगी राहत
जमुई ट्रेन एक्सीडेंट: राहत और बचाव कार्य जारी
बिहार के जमुई जिले में शनिवार रात हुई मालगाड़ी दुर्घटना अब केवल एक तकनीकी घटना नहीं रह गई है, बल्कि इसने पूरे पूर्वी भारत के रेल संचालन पर गहरा असर डाल दिया है। झाझा–जसीडीह रेलखंड पर स्थित टेलवा हॉल्ट के पास सीमेंट लदी मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद से रेलवे प्रशासन युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है। इस हादसे ने जहाँ कई महत्वपूर्ण ट्रेनों के मार्ग को परिवर्तित किया है, वहीं कुछ को रद्द भी करना पड़ा है, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
हादसे की भयावहता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मालगाड़ी के 29 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिनमें से 22 डिब्बे पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना के तुरंत बाद पूर्व रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। इस मार्ग पर ट्रेनें आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। तेज गति से चलती हैं, जिससे ट्रैक और ओएचई (ओवर हेड इक्विपमेंट) को भी भारी नुकसान हुआ है। प्रभावित रेलखंड पर विद्युत् आपूर्ति ठप हो जाने से भी बचाव कार्य में चुनौती आ रही है।
युद्ध स्तर पर चल रही मरम्मत
दुर्घटना के बाद से ही युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य जारी है। रेलवे के इंजीनियर और कर्मचारी दिन-रात एक कर क्षतिग्रस्त ट्रैक और ओएचई को दुरुस्त करने में लगे हैं। मलबे को हटाने और पटरी की मरम्मत का काम कई मशीनों की सहायता से किया जा रहा है। अधिकारियों का अनुमान है कि ट्रैक को पूरी तरह से ठीक करने और सामान्य रेल यातायात बहाल होने में अभी और समय लग सकता है। रेल यातायात बाधित होने से माल ढुलाई पर भी असर पड़ा है, जिससे औद्योगिक गतिविधियों पर अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ने की आशंका है।
रेल मार्ग परिवर्तन और रद्द हुई ट्रेनें
इस दुर्घटना के कारण पूर्व रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे ने कई ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया है। दर्जनों ट्रेनों के रूट बदले गए हैं, जबकि कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि यात्रियों को नवीनतम जानकारी मिल सके। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबर से अपनी ट्रेन की स्थिति जांच लें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
प्रभावित हुई प्रमुख ट्रेनों में हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, मुंबई-हावड़ा मेल, और कई अन्य सुपरफास्ट व एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं। इन ट्रेनों को झाझा और जसीडीह के बजाय वैकल्पिक मार्गों से चलाया जा रहा है, जिससे उनकी यात्रा का समय बढ़ गया है। यात्रियों को खान-पान और अन्य सुविधाओं के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे ने स्थिति को सामान्य करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है।






