Darbhanga News: धर्म की चादर ओढ़कर जब कोई हैवानियत का नंगा नाच करता है, तो समाज की नींव हिल जाती है। दरभंगा में एक ऐसे ही मामले ने आस्था को शर्मसार किया है, जहाँ कथावाचक और उनके गुरु पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
दरभंगा में कथावाचक की ‘अंधेरी दुनिया’: Darbhanga News का चौंकाने वाला खुलासा
दरभंगा पुलिस कथावाचक श्रवण दास जी महाराज और उनके गुरु मोनी बाबा की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। दोनों ही मामला दर्ज होने के बाद से फरार चल रहे हैं और पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे हैं। महिला थाना की टीम ने लहेरियासराय थाना क्षेत्र के बलभद्रपुर स्थित श्री राम जानकी मंदिर में भी छापेमारी की, लेकिन दोनों वहां नहीं मिले। इससे पहले कथावाचक के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के लक्ष्मी सागर स्थित आवास पर भी दबिश दी गई थी, लेकिन वह वहां से भी गायब थे। Darbhanga News से जुड़े इस गंभीर मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
Darbhanga News: पुलिस की गिरफ्त से बाहर कथावाचक और गुरु
कथावाचक श्रवण दास जी महाराज पर एक नाबालिग किशोरी को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने और फिर उसका गर्भपात कराने का गंभीर दुष्कर्म का आरोप है। वहीं, उनके गुरु मोनी बाबा पर पीड़िता को झूठे आश्वासन देने और मोटी रकम का प्रलोभन देकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश का आरोप है। घटना सामने आने और मामला दर्ज होने के बाद से ही गुरु और शिष्य भूमिगत हो गए हैं। पुलिस अब दोनों की गिरफ्तारी के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस अब तकनीकी सेल की मदद से दोनों के मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) खंगाल रही है ताकि उनकी लोकेशन ट्रेस की जा सके। छापेमारी के दौरान पुलिस ने कमरों की तलाशी ली, लेकिन महिला थानाध्यक्ष मनीषा कुमारी के अनुसार, कोई भी आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ। मठ में रह रहे अन्य लोगों से भी उनके बारे में पूछताछ की गई।
गंभीर आरोपों के घेरे में कथावाचक
पुलिस कथावाचक श्रवण दास जी महाराज और किशोरी की बंद कमरे में शादी का इंटरनेट पर प्रसारित वीडियो भी सत्यापित करने में जुटी है। नाबालिग बच्ची की मां ने महिला थाना में कथावाचक श्रवण दास जी महाराज के खिलाफ शादी का झांसा देकर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। इस दुष्कर्म का आरोप मामले को सुलझाने और रफा-दफा करने के प्रयास में मोनी बाबा के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। यह ध्यान देने योग्य है कि जब 03 दिसंबर 2025 को नाबालिग बच्ची अपनी मां के साथ महिला थाना पहुंची थी, तब तत्कालीन प्रभारी महिला थानाध्यक्ष कुमारी मधुबाला यदि स्वतः संज्ञान लेकर तुरंत कार्रवाई करतीं, तो संभवतः श्रवण दास जी महाराज पुलिस हिरासत में होते। हालांकि, ऐसा नहीं होने से आरोपियों को भागने का पूरा मौका मिल गया। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें https://deshajtimes.com/news/national/। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस अब इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरतना चाहती और लगातार दबिश बनाए हुए है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।







