Dehradun Attack: इंसानियत और संवेदनाओं पर जब बर्बरता का चाबुक चलता है, तो पूरे समाज की आत्मा कराह उठती है। देहरादून में त्रिपुरा के छात्रों पर हुए हमले ने एक बार फिर इस कड़वी सच्चाई को सामने ला दिया है।
देहरादून अटैक: त्रिपुरा के छात्रों पर बर्बर हमला, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा ‘मानवता पर आघात’, त्वरित कार्रवाई का आश्वासन
देहरादून अटैक: केंद्रीय मंत्री सिंधिया का गहरा दुख और उत्तराखंड-त्रिपुरा मुख्यमंत्रियों से संवाद
केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री (डीओएनईआर) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने देहरादून में त्रिपुरा के छात्रों एंजेल चकमा और माइकल पर हुए क्रूर हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना को “मानवता और संवेदनशीलता पर एक गंभीर आघात” बताया। एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किए गए एक पोस्ट में सिंधिया ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना केवल एक आपराधिक कृत्य नहीं, बल्कि मूल्यों पर सीधा प्रहार है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
सिंधिया ने पीड़ितों के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वह उनके असहनीय दुख को समझते हैं और इस कठिन घड़ी में उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस गंभीर प्रकरण पर विस्तार से चर्चा की। सिंधिया ने मुख्यमंत्री धामी से दृढ़ता से आग्रह किया कि इस मामले की निष्पक्ष, त्वरित और कठोरतम जांच सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने यह भी जोर दिया कि दोषियों को कानून के दायरे में लाकर कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जाए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और समाज में यह स्पष्ट संदेश जाए कि ऐसे अपराधों के लिए कोई स्थान नहीं है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
त्रिपुरा के माननीय मुख्यमंत्री मानिक साहा से भी सिंधिया ने इस विषय पर संवाद किया और स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार इस कठिन समय में प्रदेश के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मानव गरिमा के विरुद्ध ऐसे अपराध हमारे समाज और संविधान दोनों के मूल्यों पर सीधा प्रहार हैं, जिन्हें किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हमारे पूर्वोत्तर छात्र सुरक्षित महसूस करें और उन्हें न्याय मिले।
देहरादून हमले का घटनाक्रम, जांच और गिरफ्तारियां
इससे पहले, 9 दिसंबर को देहरादून में एमबीए छात्र एंजेल चकमा पर बदमाशों के एक समूह ने चाकू और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया था। इस बर्बर हमले के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी दुखद मृत्यु हो गई। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, खासकर जब बात पूर्वोत्तर छात्र सुरक्षा की आती है।
इस घटना के संबंध में उत्तराखंड पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो आरोपी नाबालिग हैं, जिन्हें किशोर सुधार गृह भेज दिया गया है। पुलिस फिलहाल फरार आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है, जिस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, फरार आरोपी की तलाश में एक पुलिस दल को नेपाल भी भेजा गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। न्याय सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास जारी हैं।





