Nationwide Strike: मजदूरों के हक पर कॉर्पोरेट की कुल्हाड़ी चली तो अब रणभेरी बजी है। अधिकारों की डोर टूटती देख, असंगठित कामगारों ने हुंकार भरी है, जिसका नतीजा फरवरी 2026 में देशभर में दिखेगा।
Nationwide Strike: फरवरी में देशव्यापी हड़ताल, लेबर कोड्स के खिलाफ एकजुट हुए असंगठित मजदूर
पटना। हाल ही में असंगठित मजदूरों पर लगातार बढ़ते हमलों के खिलाफ असंगठित कामगार महासंघ के राज्य पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक पटना के दारोगा राय पथ स्थित राज्य कार्यालय में संपन्न हुई। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस बैठक में ऐक्टू के राज्य महासचिव आरएन ठाकुर, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ–गोपगुट के राज्य अध्यक्ष रामबली प्रसाद व राज्य महासचिव प्रेमचंद सिन्हा और भाकपा (माले) के पटना महानगर सचिव जितेंद्र कुमार जैसे गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की गई।
महासंघ के राज्य महासचिव मुकेश मुक्त ने बैठक में लिए गए अहम निर्णयों की जानकारी साझा करते हुए बताया कि नए लेबर कोड्स कानून मजदूरों के शोषण को बढ़ावा देने और उनके अधिकारों में और अधिक कटौती करने के लिए लाए गए हैं। इन्हीं कानूनों के विरोध में जनवरी 2026 में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के बीच राज्यव्यापी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। मजदूरों पर लगातार हो रहे इन तीखे हमलों के विरोध में ऐक्टू और अन्य केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 12 फरवरी 2026 को एक देशव्यापी आम हड़ताल का आह्वान किया है। इस हड़ताल को सफल बनाने के लिए असंगठित कामगार महासंघ व्यापक स्तर पर तैयारियां कर रहा है और राज्य भर के असंगठित मजदूर इसमें पूरी ताकत के साथ शामिल होंगे। बैठक में यह भी तय किया गया कि मार्च 2026 तक सदस्यता अभियान चलाकर जिला स्तरीय सांगठनिक इकाइयों का गठन किया जाएगा।
Nationwide Strike: आखिर क्यों हो रही है यह देशव्यापी हड़ताल?
ऐक्टू के राज्य महासचिव आरएन ठाकुर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार के पिछले 11 वर्षों के शासन में मजदूर वर्ग पर हमले बढ़े हैं और उनके जीवन में संकट गहराया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि लेबर कोड्स कानून के जरिए मजदूरों के अधिकार छीने जा रहे हैं, और यह स्पष्ट रूप से कॉर्पोरेटों व मालिक वर्ग की सेवा के लिए बनाए गए हैं। हमें इन श्रम कानूनों के झूठे प्रचार का मजदूरों के बीच पर्दाफाश करना होगा और मजदूर आंदोलन को नई गति देनी होगी। हर स्तर पर मजबूत संगठन ही इस स्थिति का सफलतापूर्वक मुकाबला कर सकता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने असंगठित कामगार महासंघ को सांगठनिक मजबूती पर और अधिक जोर देने और नए वर्ष में आंदोलन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का आह्वान किया।
संगठन को मजबूत करने और अधिकारों की लड़ाई
बैठक की अध्यक्षता असंगठित कामगार महासंघ के राज्य अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने की। इसमें राज्य महासचिव मुकेश मुक्त, राज्य सचिव पप्पू शर्मा, राज्य उपाध्यक्ष संगीता देवी व शिवशंकर प्रसाद और राज्य कोषाध्यक्ष शशिशेखर चौबे समेत कई पदाधिकारियों ने सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहन विमर्श में सक्रियता से हिस्सा लिया। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/। इन कठिन परिस्थितियों के बीच, महासंघ का लक्ष्य है कि आने वाले समय में वे मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक मजबूत और एकजुट मोर्चा प्रस्तुत करें। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि नए श्रम कानून किसी भी तरह से मजदूरों के हित को प्रभावित न कर सकें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह संघर्ष न केवल मजदूरों के वर्तमान को सुरक्षित करेगा, बल्कि उनके भविष्य के लिए भी एक मजबूत नींव रखेगा।




