Bhagalpur Teachers’ News: शिक्षा की नींव रखने वाले ही जब खुद समस्याओं के बोझ तले दबे हों, तो यह पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है। बिहार के भागलपुर में शिक्षकों की यही कहानी बयां करती है उनकी अनसुनी गुहार, जो अब आंदोलन का रूप लेने को तैयार है।
Bhagalpur Teachers’ News: भागलपुर में शिक्षकों का फूटा गुस्सा, लंबित मांगों पर आंदोलन की चेतावनी
Bhagalpur Teachers’ News: भागलपुर के शिक्षकों की लंबित मांगें और प्रशासन की उदासीनता
शिक्षक संगठनों का आरोप है कि जिले में शिक्षकों की विभिन्न श्रेणियों से संबंधित समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है, जिससे उनमें गहरा असंतोष व्याप्त है। शिक्षकों की समस्याओं को लेकर BSTA GOPGUT भागलपुर इकाई का एक प्रतिनिधिमंडल जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिलाधिकारी, आयुक्त और क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना से मुलाकात का प्रयास किया, लेकिन पता चला कि दोनों पदाधिकारी छुट्टी पर हैं। जिला अध्यक्ष प्रेम प्रकाश मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि जिले के विभिन्न कोटि के शिक्षक अपनी लंबित मांगों को लेकर बेहद परेशान हैं और उनकी समस्याओं का निदान न के बराबर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई बार अधिकारियों से मुलाकात की गई, लेकिन शिक्षकों की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है।
शिक्षकों की प्रमुख मांगें और समाधान की चुनौती
शिक्षकों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
- सभी कोटि के शिक्षकों का DA 58% और HRA (5%, 7.5%, 10%) नियमानुकूल किया जाए, जैसा कि बिहार के अन्य जिलों में भुगतान किया जा रहा है।
- पार्शियल पेमेंट के लिए प्रखंडों से समेकित सूची मंगवाने के बावजूद, कई शिक्षकों की समस्याएँ अभी भी अनसुलझी हैं।
- विभिन्न कोटि के शिक्षकों का एचआरएमएस अपडेट नहीं हुआ है; उनका इंक्रीमेंट लगाकर शीघ्र वेतन भुगतान किया जाए।
- विभिन्न प्रखंडों के विशिष्ट शिक्षकों का अंतर वेतन भुगतान अभी तक नहीं हुआ है।
- स्थानांतरित शिक्षकों का एचआरएमएस अपडेट न होने के कारण वेतन भुगतान में देरी हो रही है।
- BPSC शिक्षकों के लिए नियमानुकूल इंक्रीमेंट के साथ पे प्रोटक्शन संबंधी पत्र जारी करने की मांग की गई है।
- दिव्यांग शिक्षकों को अन्य जिलों की तरह दिव्यांग भत्ता प्रदान किया जाए।
- योग्यता विस्तार हेतु पत्र निर्गत किया जाए, ताकि शिक्षक अपनी शैक्षणिक योग्यता बढ़ा सकें।
- B.ED योग्यताधारी शिक्षकों के ब्रिज कोर्स से संबंधित पत्र जारी करना अति आवश्यक है।
- विशिष्ट शिक्षकों और HT/HM का वेतन निर्धारण यथाशीघ्र किया जाए।
- अन्य जिलों की भांति Grievance संबंधी पत्र निर्गत किया जाए, ताकि शिक्षक आवेदन कर उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरण पा सकें।
- 01/01/2025 की नियुक्ति वाले विशिष्ट शिक्षकों को 01/07/2025 में वार्षिक वृद्धि दी जाए, तथा 02/01/2025 के उपरांत योगदान करने वाले विशिष्ट शिक्षकों को 01/01/2026 को वार्षिक वृद्धि दी जाए, जैसा कि राज्य के निर्देशानुसार अन्य जिलों में हो रहा है, लेकिन भागलपुर में इस पर अमल नहीं किया जा रहा है।
प्रेम प्रकाश मिश्रा ने आगे बताया कि शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए 18 और 19 दिसंबर 2025 को ‘कैंप मोड’ आयोजित किया गया था, जिसमें ऑन द स्पॉट समस्याओं के समाधान का वादा किया गया था। हालाँकि, अभी तक इन शिक्षक समस्याएँ का कोई ठोस निदान नहीं हो सका है, जिससे शिक्षकों में भारी रोष है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। उन्होंने अधिकारियों पर शिक्षकों की समस्याओं के प्रति उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो BSTA GOPGUT भागलपुर इकाई एक उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी। संघ ने मीडिया के माध्यम से शिक्षा विभाग के जिला पदाधिकारियों से अभिभावक की भूमिका निभाते हुए अविलंब समस्याओं का निदान करने की अपील की। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
आंदोलन की चेतावनी और संघ की एकजुटता
संघ के प्रतिनिधिमंडल में जिला उपाध्यक्ष अनुपम राजीव, परीक्षित झा, कोषाध्यक्ष राकेश कुंदन, देव कुमार ओझा, प्रवीण कुमार, आफताब आलम, राजा कुमार, रौनक विनीत, सौरव सुमन सहित सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे। सभी ने एक सुर में मांग दोहराई कि शिक्षकों की समस्याओं का अविलंब समाधान किया जाना चाहिए। उनकी एकजुटता यह संदेश देती है कि अगर प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, तो यह आंदोलन व्यापक रूप ले सकता है, जिसका सीधा असर जिले की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ना तय है।



