Howrah Patna train derailment: रेल पटरियों पर आया संकट, हजारों यात्रियों की रफ्तार को लगी ब्रेक। हावड़ा-पटना मेन लाइन पर एक मालगाड़ी के बेपटरी होने से, दूसरे दिन भी ट्रेनों की आवाजाही पर ग्रहण लगा हुआ है।
Howrah Patna train derailment: टेलवा बाजार हॉल्ट के पास हुआ हादसा
हावड़ा-पटना मुख्य रेलखंड पर स्थित टेलवा बाजार हॉल्ट के समीप एक मालगाड़ी के बेपटरी हो जाने से रेल परिचालन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। यह घटना रेलवे के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है, जिसके कारण लगातार दूसरे दिन भी कई यात्री ट्रेनों को अपने निर्धारित मार्ग से बदलना पड़ा है। इस हादसे ने हजारों यात्रियों की यात्रा को बाधित किया है और उन्हें काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद, बचाव और मरम्मत का काम युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन ट्रैक को पूरी तरह से बहाल करने में समय लग रहा है। जब तक मुख्य लाइन पर सामान्य परिचालन बहाल नहीं हो जाता, तब तक ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया जा रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
यात्रियों को झेलनी पड़ रही भारी परेशानी
पटना और हावड़ा के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेनों के मार्ग बदलने और लंबी देरी के कारण उनकी योजनाएं बाधित हो रही हैं। पूर्वांचल एक्सप्रेस से लेकर जनशताब्दी जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनें भी इस ट्रेन मार्ग परिवर्तन के कारण जमालपुर के रास्ते चलाई जा रही हैं, जिससे यात्रा का समय बढ़ गया है और यात्रियों को अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। कई यात्रियों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है, क्योंकि उन्हें गंतव्य तक पहुंचने में अतिरिक्त समय लग रहा है और कई की महत्वपूर्ण नियुक्तियां भी छूट रही हैं।
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रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने और यात्रा शुरू करने से पहले ट्रेनों की नवीनतम स्थिति की जानकारी लेने की अपील की है। विशेषकर, किऊल-जमालपुर-भागलपुर रूट पर अचानक ट्रेनों का दबाव बढ़ने से, इस खंड पर चलने वाली अन्य ट्रेनों पर भी इसका असर दिख रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
किऊल-जमालपुर-भागलपुर रूट पर बढ़ा दबाव
हावड़ा-पटना मेन लाइन पर परिचालन बाधित होने के कारण, किऊल-जमालपुर-भागलपुर रूट पर ट्रेनों की आवाजाही में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। यह रूट अब कई महत्वपूर्ण यात्री ट्रेनों के लिए वैकल्पिक मार्ग बन गया है, जिससे इस पर भार काफी बढ़ गया है। रेलवे कर्मचारियों को इस अप्रत्याशित ट्रेन मार्ग परिवर्तन के कारण अतिरिक्त व्यवस्थाएं करनी पड़ रही हैं ताकि ट्रेनों को सुचारू रूप से चलाया जा सके। हालाँकि, बढ़े हुए दबाव के कारण इस रूट पर भी ट्रेनों की गति प्रभावित हुई है और कुछ स्थानों पर सिग्नल संबंधी देरी भी देखी जा रही है। रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, लेकिन स्थिति सामान्य होने में अभी कुछ और समय लगने की संभावना है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।



