Bihar Idol Theft: जब धरती भी उगलने लगी राज, तो चोरों के मंसूबों पर फिर पानी फिर गया। बिहार पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए चोरी हुई बेशकीमती अष्टधातु मूर्तियों को जमीन के भीतर से बरामद किया है, जिससे मंदिर से चोरी की घटनाओं में शामिल एक बड़े गिरोह के खुलासे की उम्मीद जगी है।
Bihar Idol Theft: गोपालगंज में धरती फाड़कर निकली राम-सीता की मूर्तियां, चोरों के मंसूबों पर फिरा पानी
Bihar Idol Theft: ऐसे मिली पुलिस को बड़ी कामयाबी
गोपालगंज पुलिस की विशेष जांच दल (SIT) ने थावे मंदिर में हुई चोरी की गहन जांच के दौरान एक महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। छापेमारी के दौरान पुलिस टीम को छपरा मंदिर से चोरी की गईं भगवान राम और माता सीता की दुर्लभ अष्टधातु मूर्तियां मिली हैं, जिन्हें बड़े शातिराना ढंग से जमीन में गाड़कर छिपाया गया था। यह बरामदगी चोरों के ठिकानों पर की गई एक सुनियोजित कार्रवाई का परिणाम है। इस अभियान में, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस ने संदिग्ध आरोपी की पत्नी और मां को भी गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ जारी है।
यह मामला तब सामने आया जब थावे मंदिर से चोरी की शिकायत दर्ज की गई थी। पुलिस लगातार इस चोरी के पीछे के अपराधियों की तलाश में जुटी थी। जांच के क्रम में मिली गुप्त सूचना के आधार पर SIT ने छपरा क्षेत्र में छापेमारी की। इस दौरान, न केवल थावे मंदिर चोरी के तार सुलझे, बल्कि छपरा के एक अन्य मंदिर से गायब हुई प्राचीन अष्टधातु मूर्तियां भी बरामद हुईं। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह बरामदगी किसी बड़े आपराधिक सिंडिकेट का पर्दाफाश कर सकती है, जो मंदिर से जुड़े कीमती सामान की चोरी में लिप्त है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार की गई महिलाएं चोरी की योजना में शामिल हो सकती हैं या उन्होंने चोरी की गई मूर्तियों को छिपाने में मदद की हो। उनसे मिली जानकारी के आधार पर इस गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। इन मूर्तियों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये की कीमत बताई जा रही है, जिससे इस चोरी की गंभीरता और बढ़ जाती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। पुलिस प्रशासन ने जनता से अपील की है कि ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
गिरोह के खुलासे की उम्मीद और आगे की जांच
इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, पुलिस जांच को गोपनीय रखा गया है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि चोरों ने मूर्तियों को जमीन में इसलिए गाड़ा था ताकि वे पुलिस की नजरों से दूर रहें और बाद में उन्हें सुरक्षित ठिकाना लगाकर बेचा जा सके। लेकिन पुलिस की मुस्तैदी और तकनीकी जांच के कारण उनकी यह चाल सफल नहीं हो पाई। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इन चोरियों का संबंध किसी बड़े राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्कर गिरोह से है। गिरफ्तार महिलाओं से मिली जानकारी के विश्लेषण के बाद कई और गिरफ्तारियां संभव हैं। इस सफल बरामदगी से न केवल मंदिरों की सुरक्षा के प्रति पुलिस की प्रतिबद्धता मजबूत हुई है, बल्कि आम जनता में भी विश्वास जगा है कि उनके धार्मिक स्थलों को सुरक्षित रखा जाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस बड़ी सफलता के बाद, गोपालगंज पुलिस अधीक्षक ने पूरी टीम की सराहना की है और आगे भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रखने का निर्देश दिया है।



