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दिसम्बर, 30, 2025

अडानी ग्रुप का ‘डिफेंस सेक्टर’ में ₹1.8 लाख करोड़ का महा-दांव: भारत की सुरक्षा में बड़ा बदलाव

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Defence Sector: भारत का रक्षा क्षेत्र एक बड़े बदलाव के मुहाने पर खड़ा है, और इस बदलाव में अडानी ग्रुप एक रणनीतिक खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है। कंपनी ने 2026 तक 1.8 लाख करोड़ रुपये के भारी-भरकम निवेश की घोषणा की है, जिसका सीधा फोकस भविष्य की युद्ध प्रणालियों पर है। यह सिर्फ एक वित्तीय निवेश नहीं, आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। बल्कि भारत को रक्षा प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वाकांक्षी कदम है, जो देश की सामरिक क्षमताओं को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

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अडानी ग्रुप का ‘डिफेंस सेक्टर’ में ₹1.8 लाख करोड़ का महा-दांव: भारत की सुरक्षा में बड़ा बदलाव

अडानी ‘डिफेंस सेक्टर’ में भविष्य की तैयारी

अडानी ग्रुप की यह महत्वकांक्षी योजना केवल निवेश तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ड्रोन, ऑटोनॉमस सिस्टम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और सटीक हथियारों जैसी अत्याधुनिक तकनीकों को अपनी रणनीति के मूल में रखती है। इन तकनीकों को एकीकृत करके, अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस भारतीय सेना को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार कर रहा है।

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कंपनी ने अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाते हुए 2025 में ‘रैपिड डिप्लॉयमेंट मोड’ में प्रवेश कर लिया है। इसका एक महत्वपूर्ण उदाहरण ‘ऑपरेशन सिंदूर’ है, जहां अडानी निर्मित कुछ सैन्य हार्डवेयर का सफलतापूर्वक उपयोग किया गया है। यह दर्शाता है कि कंपनी सिर्फ कागजों पर नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर भी अपनी प्रतिबद्धता साबित कर रही है।

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अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस वर्तमान में मानवरहित प्रणालियों (हवा, समुद्र और जमीन), उन्नत निर्देशित हथियारों, सेंसर, AI-आधारित मल्टी-डोमेन ऑपरेशंस, MRO (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल) और प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे पर केंद्रित है। यह एक व्यापक दृष्टिकोण है जिसका उद्देश्य भारत की रक्षा क्षमताओं को चौतरफा मजबूत करना है।

इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, अडानी डिफेंस देश की सबसे बड़ी निजी रक्षा खिलाड़ी बन गई है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। कंपनी के पोर्टफोलियो में दृष्टि यूएवी (Drishti UAVs), काउंटर-ड्रोन सिस्टम, अग्निका (Agnikaa) लॉइटरिंग म्यूनिशन्स और ARKA MANPADS जैसे प्रमुख उत्पाद शामिल हैं, जो भारतीय सशस्त्र बलों की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। भविष्य की युद्ध तकनीक को अपनाने में अडानी ग्रुप का यह कदम देश की सुरक्षा के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।

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तकनीकी नवाचार और आत्मनिर्भरता की ओर

अडानी ग्रुप का यह निवेश सिर्फ रक्षा उपकरणों के निर्माण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह अनुसंधान और विकास में भी एक बड़ा प्रोत्साहन देगा। AI और ऑटोनॉमस सिस्टम में निवेश से भारत को अगली पीढ़ी के रक्षा समाधान विकसित करने में मदद मिलेगी, जिससे विदेशी निर्भरता कम होगी। यह आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत मेक इन इंडिया पहल को भी मजबूती प्रदान करेगा, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा। कंपनी का लक्ष्य एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जहां भारतीय इंजीनियर और वैज्ञानिक विश्व स्तरीय रक्षा प्रौद्योगिकियों का नवाचार कर सकें। यह पहल न केवल भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाएगी, बल्कि वैश्विक रक्षा बाजार में भी देश की स्थिति को मजबूत करेगी। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह सुनिश्चित करना है कि भारत भविष्य के किसी भी खतरे का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहे।

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