Bihar IAS Transfer: बिहार की प्रशासनिक नैया में फिर से हलचल मच गई है, जब साल के आखिरी दिनों में सरकार ने अधिकारियों की जिम्मेदारियों में बड़ा बदलाव किया। यह सिर्फ रूटीन प्रक्रिया नहीं, बल्कि सरकार की नई चाल मानी जा रही है।
Bihar IAS Transfer: बिहार में IAS अधिकारियों का बड़ा तबादला, बदलेंगे समीकरण!
Bihar IAS Transfer: प्रशासनिक फेरबदल की बड़ी वजह
बिहार की प्रशासनिक मशीनरी में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। राज्य सरकार ने साल के अंतिम दिनों में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारियों के तबादले और पदस्थापन की जो अधिसूचना जारी की है, उसे सिर्फ एक सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं माना जा रहा है। सियासी गलियारों में इसे 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले सरकार की नई ‘शासन रणनीति’ की नींव के तौर पर देखा जा रहा है। यह Bihar IAS Transfer बिहार में सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इस बड़े फेरबदल के पीछे कई रणनीतिक कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें प्रशासनिक दक्षता बढ़ाना और जनता के बीच सरकार की छवि को और मजबूत करना प्रमुख है। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/।
किस अधिकारी को क्या नई जिम्मेदारी मिली?
यह तबादला सूची न केवल अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव लाएगी, बल्कि विभिन्न विभागों में कामकाज के तरीके पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा। माना जा रहा है कि जिन अधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों पर भेजा गया है, उनसे सरकार आगामी योजनाओं और नीतियों को गति देने की उम्मीद कर रही है।
अधिसूचना के अनुसार, वरिष्ठ IAS अधिकारी विजयलक्ष्मी एन. को डेयरी, मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग से हटाकर अपर मुख्य सचिव, योजना एवं विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। यह बदलाव बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि योजना एवं विकास विभाग राज्य की नीतिगत दिशा तय करने में केंद्रीय भूमिका निभाता है। उनके पास बिहार राज्य योजना परिषद और आपदा पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण सोसाइटी का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा, जिससे विकास और आपदा प्रबंधन के बीच बेहतर समन्वय की उम्मीद जताई जा रही है।
वहीं, शीर्षत कपिल अशोक को डेयरी, मत्स्य एवं पशु संसाधन विभाग में प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। के. सेंथिल कुमार को गन्ना उद्योग विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है, साथ ही उन्हें योजना परिषद और आपदा पुनर्वास से जुड़े दायित्व भी सौंपे गए हैं। यह संकेत है कि सरकार कृषि और गन्ना उद्योग से जुड़े सेक्टर को नए सिरे से मजबूत करना चाहती है।
आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। इन परिवर्तनों का उद्देश्य राज्य के सुदूर क्षेत्रों तक बेहतर प्रशासन सुनिश्चित करना और विकास कार्यों में तेजी लाना है। यह फेरबदल राज्य के विकासात्मक एजेंडे को आगे बढ़ाने और शासन प्रणाली में नई ऊर्जा भरने का एक प्रयास है, जिससे आम जनता को बेहतर सेवाएं मिल सकें।




