Animal Health Camp: बीमारी की मार से त्रस्त बेजुबानों के लिए जब उम्मीद की किरण फूटती है, तो वह एक संजीवनी से कम नहीं होती। इसी संजीवनी का नाम है पशु स्वास्थ्य शिविर, जिसने सैकड़ों मवेशियों को नया जीवन दिया।
केवटी में जीविका का सफल ‘Animal Health Camp’: 305 पशुओं को मिला नया जीवन, विशेषज्ञों ने दिए खास टिप्स
पशुपालकों को मिला Animal Health Camp से विशेषज्ञों का मार्गदर्शन
दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड में जीविका द्वारा आयोजित एक निःशुल्क Animal Health Camp ने क्षेत्र के पशुपालकों के लिए बड़ी राहत लाई है। लाल गंज पंचायत के बाढ़ पोखर मैदान में आयोजित इस शिविर का उद्घाटन प्रखंड परियोजना प्रबंधक मंतोष कुमार और टीभीओ डॉ. कृष्ण कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस पहल से विभिन्न पंचायतों से आए 305 पशुपालकों ने अपने बीमार पशुओं का निःशुल्क इलाज करवाया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। शिविर में इंटेराइटिस, एनोरेक्सिया, कफिंग, वीकनेस, बुखार, एगलैक्टिया, लेमनेस, एक्टोपैरासाइट, घाव (उंड), ग्रोथ प्रमोटर जैसी कई बीमारियों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया।
शिविर के दौरान पशुओं से संबंधित बीमारियों की दवाइयां, सप्लीमेंट्स, मिनरल्स और कृमिनाशक दवाएं भी निःशुल्क वितरित की गईं। चिकित्सा विशेषज्ञों ने पशुपालकों को ठंड से मवेशियों के बचाव के लिए महत्वपूर्ण सलाह भी दी, जिसमें उनके शरीर को जूट के बोरे से ढकना, पर्याप्त मात्रा में ताजा पानी पिलाना, गुड़ खिलाना और हरा चारा खिलाना शामिल था। पशुधन स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से, विशेषज्ञों ने वर्ष के हर मौसम में पशुओं को विभिन्न बीमारियों से बचाने और दूध का उत्पादन बढ़ाने से संबंधित कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
जीविका की पहल: पशुपालकों को मिलती है सतत सहायता
जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक मंतोष कुमार ने बताया कि जीविका परियोजना द्वारा समय-समय पर ऐसे पशु स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाते हैं। इन शिविरों के माध्यम से स्वयं सहायता समूह से जुड़े पशुपालकों और अन्य मवेशी पालकों को विभिन्न माध्यमों से सूचित कर पशुओं की बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया जाता है। शिविर में बीमार पशुओं का निःशुल्क इलाज और दवा वितरण किया जाता है। जीविका टीम केवटी के अथक प्रयासों से इस पशुधन स्वास्थ्य शिविर में लगभग 305 मवेशियों का सफल इलाज और दवा वितरण सुनिश्चित किया गया। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
इस शिविर को सफल बनाने में जीविकोपार्जन विशेषज्ञ शालू कुमारी, क्षेत्रीय समन्वयक सुरभि कुमारी, लेखापाल ब्रह्मदेव चौधरी, सामुदायिक समन्वयक रूपा कुमारी, डिंपल कुमारी, अविनाश पासवान, एमआरपी अंजू कुमारी, कम्युनिटी मोबिलाइजर रेखा कुमारी और राखी कुमारी सहित जीविका टीम के कई सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/national/। यह जीविका की प्रतिबद्धता का प्रमाण है कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।






