Kamtaul Encroachment: बाजार की साँसें जब घुटने लगें, राहें जब काँटों से भर जाएँ, तब उम्मीद की किरण बन उभरता है प्रशासन का दृढ़ संकल्प। कमतौल में अब इसी संकल्प की आंच पर अतिक्रमण की जड़ें जलाई जा रही हैं।
कमताैला अतिक्रमण: बाजार को जाम से मुक्ति दिलाने की कवायद, प्रशासन ने कसी कमर
कमतौल अतिक्रमण हटाओ अभियान: प्रशासन की कमर कस तैयारी
नगर पंचायत कमतौल अहियारी के मुख्य बाजार से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है। इस दिशा में ठोस कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। नगर पंचायत की कार्यपालक पदाधिकारी ने सभी स्थानीय दुकानदारों को 2 जनवरी तक अतिक्रमित सरकारी जमीन को खाली करने का निर्देश पत्र भेज दिया है। इस मामले में सोमवार को आईटी ब्वाय दीपक कुमार मिश्रा और मनोज कुमार ने सरकारी अमीन अजय कुमार व नगर पंचायत के अमीन धीरज भारद्वाज के साथ मिलकर नापी का कार्य संपन्न किया। नापी के दौरान कई दुकानदार और स्थानीय नागरिक मौके पर मौजूद थे। प्रशासन की इस सक्रियता से पूरे बाजार में चर्चा का माहौल गरमाया हुआ है।
स्थानीय लोगों का मानना है कि अतिक्रमण हटने से बाजार में यातायात जाम की गंभीर समस्या से काफी हद तक निजात मिलेगी और इससे क्षेत्र के विकास को भी नई गति मिल पाएगी। यह कदम न केवल बाजार को व्यवस्थित करेगा, बल्कि आमजन के लिए आवागमन को भी सुगम बनाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
नगर पंचायत की कार्यपालक पदाधिकारी प्रिंसी कुमारी ने बताया कि अतिक्रमण मुक्त करने की यह कार्रवाई जिला मुख्यालय से प्राप्त आदेशों के आलोक में की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कमतौल बाजार क्षेत्र में सड़क और सरकारी भूमि पर अतिक्रमण के कारण अक्सर यातायात जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इससे आमलोगों के साथ-साथ दुकानदारों को भी आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नापी का कार्य पूरा हो जाने के बाद चिन्हित जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए अंतिम अपील की जाएगी। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
इसके बावजूद यदि सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया जाता है, तो ऐसे अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के सहयोग से सरकारी जमीन को हर हाल में अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
प्रशासन का लक्ष्य: सुव्यवस्थित बाजार, सुगम आवागमन
कार्यपालक पदाधिकारी ने यह भी कहा कि प्रशासन का मुख्य उद्देश्य किसी को अनावश्यक परेशान करना नहीं है, बल्कि बाजार को सुव्यवस्थित कर आमजन को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। उनका जोर एक ऐसे बाजार की स्थापना पर है, जहाँ सभी दुकानदार और ग्राहक बिना किसी बाधा के अपनी गतिविधियों को अंजाम दे सकें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।






