Bihar Sugar Mill: जीवन की मिठास गन्ने के रस से बनती है, लेकिन जब वही रस निकालने वाली मशीनें खुद कड़वाहट में डूबी हों, तो किसानों का धैर्य जवाब दे देता है। कुछ ऐसा ही नजारा है सीतामढ़ी के रीगा चीनी मिल का, जहाँ सुविधाओं की कमी के बावजूद बॉयलर की अग्नि परीक्षा जारी है।
Bihar Sugar Mill: रीगा चीनी मिल का नया अध्याय, सुविधाओं की कमी के बावजूद पेराई की तैयारी
Bihar Sugar Mill: नए बॉयलर की अग्नि परीक्षा और किसानों की आस
सीतामढ़ी जिले के रीगा स्थित चीनी मिल में इस सत्र की पेराई को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मिल के वरीय गन्ना कैन मैनेजर पवन सिंह और अमरेंद्र सिंह ने बताया कि मशीनों की विधिवत पूजा-अर्चना कर ली गई है, जो इस बात का संकेत है कि जल्द ही चीनी उत्पादन का कार्य शुरू होगा। इस वर्ष मिल में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है – पुराना बॉयलर हटाकर एक नया और आधुनिक बॉयलर स्थापित किया गया है। वर्तमान में, इस नए बॉयलर का गहन परीक्षण (ट्रायल) चल रहा है ताकि इसकी कार्यक्षमता और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह ट्रायल सफल होने के बाद ही किसानों को गन्ना आपूर्ति के लिए सूचना और पर्चियां भेजी जाएंगी। इसी के उपरांत किसान अपने गन्ने को काटकर मिल तक ला सकेंगे।
अधिकारियों ने किसानों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। मिल प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि जब तक नया बॉयलर पूरी तरह से चालू नहीं हो जाता और उसका सफल परीक्षण नहीं हो जाता, तब तक मिल पूर्ण क्षमता से गन्ना स्वीकार नहीं कर पाएगी। आपको यह जानकारी मिल रही है देशज टाइम्स बिहार का N0.1। दुर्भाग्यवश, बिना किसी आधिकारिक सूचना के ही कई किसान अपना गन्ना लेकर मिल के यार्ड में पहुँच गए हैं, जिससे असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
किसानों की चिंता और अधिकारियों की अपील
मिल अधिकारियों ने बताया कि कुछ किसानों का गन्ना डोंगा में अनलोड करवाकर उन्हें वापस भेज दिया गया है, लेकिन अभी भी कई किसान अपनी गाड़ियों के साथ गन्ने को अनलोड करने के इंतजार में खड़े हैं। यह स्थिति किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है, क्योंकि बिना सूचना के गन्ना लाने से न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है, बल्कि उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। गन्ना उत्पादन करने वाले किसानों को धैर्य बनाए रखने और मिल प्रबंधन की आधिकारिक सूचना का इंतजार करने की सलाह दी गई है। यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है कि गन्ना केवल तभी लाया जाए जब मिल द्वारा विधिवत पर्चियां जारी की जाएं, ताकि सभी प्रक्रियाएं सुचारु रूप से चल सकें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
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रीगा चीनी मिल के समक्ष यह चुनौती है कि वह नए बॉयलर को जल्द से जल्द पूरी तरह से क्रियाशील कर सके ताकि गन्ने की पेराई समय पर शुरू हो सके और किसानों को राहत मिल सके। प्रबंधन का उद्देश्य किसानों को होने वाली असुविधा को कम करना और आगामी सत्र में सुचारु रूप से गन्ना पेराई सुनिश्चित करना है। यह तब संभव है जब सभी किसान नियमों का पालन करें और अफवाहों से बचें। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। मिल के अधिकारियों का कहना है कि वे किसानों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए जल्द ही पूरी क्षमता के साथ काम शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।





