Tulsi Mala Rules: सनातन धर्म में तुलसी केवल एक पौधा नहीं, बल्कि साक्षात देवी का स्वरूप मानी जाती हैं। इनकी लकड़ी से बनी माला धारण करना और इससे मंत्र जप करना अत्यंत शुभ फलदायी माना गया है। यह माला केवल आभूषण नहीं बल्कि आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत शक्तिशाली साधन है।
तुलसी माला रूल्स: जानिए तुलसी माला धारण करने के संपूर्ण नियम और अद्भुत लाभ
तुलसी माला रूल्स और जप के महत्वपूर्ण लाभ
सनातन धर्म में तुलसी केवल एक पौधा नहीं, बल्कि साक्षात देवी का स्वरूप मानी जाती हैं। इनकी लकड़ी से बनी माला धारण करना और इससे मंत्र जप करना अत्यंत शुभ फलदायी माना गया है। यह माला केवल आभूषण नहीं बल्कि आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत शक्तिशाली साधन है। तुलसी माला धारण करने और इससे जप करने से व्यक्ति को मानसिक शांति प्राप्त होती है और मन में सकारात्मकता का संचार होता है। अनेक ज्योतिषीय उपाय में तुलसी माला का प्रयोग नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और ग्रहों की शांति के लिए किया जाता है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। यह माला राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में भी सहायक मानी जाती है, जिससे जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। धर्म, व्रत और त्योहारों की संपूर्ण जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: https://deshajtimes.com/news/dharm-adhyatm/
तुलसी माला धारण करने के नियम
- तुलसी माला धारण करने से पहले उसे गंगाजल या पवित्र जल से शुद्ध कर लें।
- इसे हमेशा गुरुवार या सोमवार को धारण करना शुभ माना जाता है।
- धारण करते समय भगवान विष्णु या अपने इष्ट देव का ध्यान करें।
- मांस-मदिरा का सेवन करने वाले व्यक्ति को तुलसी माला धारण नहीं करनी चाहिए।
- शौच आदि के बाद इसे उतारने की आवश्यकता नहीं होती, परंतु शुद्धता का ध्यान रखें।
तुलसी माला से जप करने की विधि
- जप करते समय माला को गोमुखी में रखें ताकि वह दूसरों को दिखाई न दे।
- मंत्रों का उच्चारण स्पष्ट और शांत मन से करें।
- जप के लिए आरामदायक आसन पर बैठें।
- नियमित समय पर और एक ही स्थान पर जप करने से अधिक लाभ मिलता है।
किन मंत्रों का करें जप?
तुलसी माला से भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण, राम और देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जप करना अत्यंत फलदायी होता है। विशेष रूप से वैष्णव मंत्रों का जप शुभ माना जाता है। कुछ प्रमुख मंत्र इस प्रकार हैं:
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे।
इन मंत्रों का नियमित जप करने से मन शांत होता है और आध्यात्मिक उन्नति होती है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
तुलसी माला के अन्य लाभ
- मन को शांति मिलती है और तनाव कम होता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- हृदय रोगों में लाभकारी माना जाता है।
- नकारात्मक ऊर्जा से बचाव होता है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
कौन धारण कर सकता है और कौन नहीं?
- कोई भी व्यक्ति जो शुद्ध मन से भगवान विष्णु और तुलसी माता में आस्था रखता है, वह इसे धारण कर सकता है।
- विशेषकर गृहस्थ और साधु-संत दोनों के लिए यह शुभ है।
- जो लोग मांसाहार करते हैं या नशे का सेवन करते हैं, उन्हें इसे धारण करने से बचना चाहिए, या फिर धारण करने से पहले इन आदतों का त्याग करना चाहिए। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
निष्कर्ष एवं उपाय
तुलसी माला केवल एक पवित्र धागा नहीं, बल्कि भगवान विष्णु का आशीर्वाद है। इसे श्रद्धापूर्वक धारण करने और नियमित रूप से जप करने से व्यक्ति का जीवन सुखमय और समृद्ध होता है। यह आध्यात्मिक उन्नति के साथ-साथ भौतिक सुख भी प्रदान करती है। अपने जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भरने और राहु-केतु के दुष्प्रभावों से बचने के लिए तुलसी माला को विधि-विधान से धारण करें और इसका सदुपयोग करें।





