Sultanganj Sanitation Crisis: सुल्तानगंज की गलियों में कचरे का साम्राज्य, दुर्गंध का हाहाकार और बीमारियों का बढ़ता खतरा, क्या यही है एक सुव्यवस्थित नगर की पहचान? दस दिनों से ठप पड़ी सफाई व्यवस्था ने पूरे नगर को नारकीय बना दिया है।
Sultanganj Sanitation Crisis: सुल्तानगंज में ठप पड़ी सफाई व्यवस्था, शहर भर में फैला कचरे का अंबार
Sultanganj Sanitation Crisis: ठप पड़ी सफाई व्यवस्था से जनजीवन अस्त-व्यस्त
सुल्तानगंज नगर परिषद क्षेत्र में बीते दस दिनों से सफाई का कार्य पूरी तरह से रुका हुआ है। सफाई कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण नगर के हर कोने में कचरे का पहाड़ बन गया है, जिससे भयानक दुर्गंध फैल रही है और जनजीवन दूभर हो गया है। मजबूरन, निवासियों को अपने घरों का कचरा सड़क किनारे फेंकना पड़ रहा है, जिससे स्थिति और भी भयावह होती जा रही है।
स्थानीय निवासियों ने इस स्थिति पर गहरा रोष व्यक्त किया है। उनका कहना है कि वे नगर परिषद को नियमित रूप से कर का भुगतान करते हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें बार-बार सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण ऐसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक नागरिक ने बताया कि गंदगी के कारण घर से बाहर निकलना भी दूभर हो गया है और संक्रामक बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
शहर की बिगड़ती स्वच्छता व्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए लोगों ने बताया कि नालियों का पानी सड़कों पर ओवरफ्लो कर रहा है और कचरे के ढेर हर गली-मोहल्ले में जमा हो गए हैं। इस आपदा के बीच, सुल्तानगंज में स्थित प्रसिद्ध अजगैबीनाथ धाम जैसे धार्मिक स्थलों पर भी स्वच्छता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, जहाँ दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1। देश की हर बड़ी ख़बर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
नागरिकों में गहरा रोष: टैक्स देने के बाद भी गंदगी
नगर परिषद की उदासीनता को लेकर नागरिकों में भारी नाराजगी है। उनका कहना है कि एक तरफ जहां उनसे हर प्रकार का टैक्स वसूला जाता है, वहीं दूसरी तरफ शहर की बुनियादी स्वच्छता व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। इस स्थिति से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह खतरा और भी अधिक है। कई इलाकों में मच्छरों और मक्खियों का प्रकोप बढ़ गया है। आप पढ़ रहे हैं देशज टाइम्स बिहार का N0.1।
लोगों ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी और सभापति से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उनकी अपील है कि वे जल्द से जल्द सफाई कर्मचारियों के साथ एक सामूहिक बैठक करें और उनकी मांगों का उचित समाधान निकालें, ताकि शहर को इस गंदगी और दुर्गंध से मुक्ति मिल सके। यह सुनिश्चित करना नगर प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए कि शहर को गंदगी से छुटकारा मिले।




