मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। मदरसा में अपने भाई व रिश्तेदार की बहाली कराने पर आमादा पूर्व वार्ड पार्षद शाहजहां ने शुक्रवार को जमकर बवाल काटा। परिसर में तोड़फोड़ करते हुए लोगों के साथ जमकर मारपीट की। अपने समर्थकों जिसमें स्थानीय महिलाएं व बाहरी लोग भी शामिल थे को बुलाकर मारपीट, तोड़फोड़ व हंगामा को अंजाम दिया गया। बताया जाता है कि शाहजहां उस वक्त मदरसा पर अपनी दादागीरी दिखाने समर्थकों के साथ पहुंचे जिस वक्त मदरसा अहमदिया के प्रधानाध्यापक की विदाई में समारोह का आयोजन किया गया था। शाहजहां अपने लाव-लश्कर के साथ दबंगई की इति करते हुए वहां नंगा नाच किया। खास यह कि महिलाओं की सेना लेकर पहुंचे पूर्व वार्ड पार्षद अपनी दंबगता का खुलेआम प्रदर्शन करते रहे और मोहल्ले वाले तमाशबीन बन दंबगता का नंगा नाच देखते रहे। जानकारी के
अनुसार, नगर थाना क्षेत्र के बड़ा बाजार मोमिन टोला स्थित मदरसा अहमदिया के प्रधानाध्यापक तीस नवंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इसके एजाज में मदरसा कमेटी व शिक्षकों की ओर से विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जो कार्यक्रम जंगे-मैदान में बदल गया। स्थानीय पूर्व वार्ड पार्षद शाहजहां अपनी दादागिरी देखाते हुए सैकड़ों महिलाओं के साथ मदरसा में पहुंचकर हंगामा, मारपीट व तोड़फोड़ करते हुए जमकर बवाल काटा। इतना ही नहीं, मोहल्ले के बाहर लहरयागंज के अनिल मिर्जा सहित कई अन्य लोगों के साथ जमकर मारपीट
की विरोध करने पर हंगामा किया। मोहल्ले के बाहर लोग देख रहे थे तो लग रहा था कि बेगाने की शादी में अब्दुल्ला दिवाना जैसी कहावत नजर आ रही थी, जिस तरह से पूर्व वार्ड पार्षद शाहजहां अपने समर्थकों के साथ हंगामा कर रहे थे। लेकिन उन्हें व मोहल्ले वालों को थोड़ा भी एहसास नही हो रहा था कि जिसने अपनी ज्यादा जिंदगी मदरसा को बढ़ाने एवं मुहल्ले में शिक्षा की रौशनी फैलाने में लगा दिया। उसका भी ख्याल नहीं रखा। स्थानीय लोग पूर्व वार्ड पार्षद के बहकावे में आकर गलत कदम उठा लिया व मारपीट, तोड़फोड़ व हंगामा समेत वारदात को
अंजाम दिया। इधर, नगर थाना प्रभारी अध्यक्ष को सूचना मिली, उसने आनन-फानन में पुलिस बल को मदरसा भेजा। पुलिस के आने के बाद हालात पर काबू पाया गया। वहीं, थाना प्रभारी अध्यक्ष ने दोनों पक्षों को आपस में बातचीत कर मामला हल करने को कहा। वहीं सूत्रों की मानें तो पूर्व वार्ड पार्षद शाहजहां अपने भाई व रिश्तेदारों को मदरसा में बहाली करने के लिए दबाव बनाने व दबदबा के लिए स्थानीय महिलाओं व बाहरी लोगों को बुलाकर मारपीट, तोड़फोड़ व हंगामा वारदात को अंजाम दिया। वहीं, मदरसा कमेटी की मानें तो उसका कहना है कि कुछ भी हो बहाली अगर जब भी होगी तो मदरसा बोर्ड कानून के अनुसार ही होगी। किसी के दबाब बनाने से मदरसा कमेटी मदरसा के बच्चों की शिक्षा से किसी हालत में समझौता नहीं करेगी।
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