मई,3,2024
spot_img

दरभंगा के तीन दुर्दांत गांजा तस्कर देहरादून में गिरफ्तार, भारी मात्रा में गांजा बरामद, तीनों दरभंगा से बस-ट्रेनों से गांजा लेकर करते थे तस्करी

spot_img
spot_img
spot_img

दरभंगा’देहरादून। दरभंगा के तीन गांजा तस्करों को देहरादून के सहसपुर थाना पुलिस दबोचते हुए बड़ी कार्रवाई की है। इनके पास से पुलिस ने भारी मात्रा में तीन तस्करों को 54 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया है। तीनों मूल रूप से बिहार के ग्राम गंगोल थाना सिंगवारा जिला दरभंगा के रहने वाले हैं। सभी वर्तमान में चूक्खू मुहल्ला देहरादून में रह रहे थे। तीनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस ने तहकीकात तेज करते हुए नेटवर्क का पता लगा रही है।

जानकारी के अनुसार, तीनों को चेकिंग के दौरान थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंघनीवाला पुल से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से तीन बैगों में रखा 54 किलोग्राम 620 ग्राम गांजा बरामद हुआ। आरोपी तस्करों की पहचान सुरेश साहनी, संतोष सहनी, जितेंद्र सहनी निवासी परमहंस कॉलोनी चुक्खूवाला देहरादून के रूप में हुई।

थानाध्यक्ष नरेंद्र गहलावत ने बताया कि तीनों गांजा दरभंगा बिहार से पब्लिक ट्रांसपोर्ट, रोडवेज बस और ट्रेन के जरिए परिवहन कर देहरादून लाते थे। फिर गांजा की छोटी-छोटी पुड़िया बनाकर रिस्पना पुल, रायपुर, पटेनगर, सहसपुर, विकासनगर एवं फैक्ट्री एरिया सेलाकुई में स्टूडेंट व मजदूर वर्ग को बेचते थे। फोन के माध्यम से भी डिलीवरी देते थे। पुलिस की कम चेकिंग के चलते वे सरकारी ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते थे। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष के साथ ही चौकी प्रभारी धर्मावाला दीपक मैठाणी, चौकी प्रभारी सभावाला किशनचंद देवरानी, सिपाही रजनीश, प्रवीण, जितेंद्र शामिल रहे।

यह भी पढ़ें:  Darbhanga News|Kusheshwarsthan News| राख की ढ़ेर में जमींदोज महादेव मठ गांव...300 घर राख...पहली सी सूरत हो गई बीती बात

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया deshajtech2020@gmail.com पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें