कहने को बिहार में पूर्ण शराब बंदी है मगर हकीकत यही है यहां आम व खास से लेकर पुलिसवाले, खद्दरधारी नेताजी से लेकर चूहे तक शराब के आज भी शौकीन हैं और छककर शराब पी रहे हैं। भले सरकार शराबबंदी के नारे लगा रही हो पुलिस वाले भी कारोबारियों के पीछे भागती दिखती हो मगर सच्चाई यही है यहां दारू बड़े आराम की चीज हो गई है। अब देखिए ना, कैमूर जिले में चूहे को इन दिनों कुछ ज्यादा ही शराब पीने की लत लगी हुई है। उन्हें देसी, विदेशी, बीयर और ब्रांडी में कोई फर्क नहीं मालूम है और वह अंधाधुंध शराब पीते जा रहे हैं। यहां स्थित एक गोदाम में भंडार करके रखे गए बियर के लगभग दो सौ केन गायब हो गए लेकिन सच मानिए ये चूहे नहीं चूहे की शक्ल में लाल टोपी वाले हैं जो छककर शराब पी रहे हैं। बिहार में अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबंदी लागू है। यहां समय-समय पर पुलिस, आबकारी व अन्य संबंधित विभागों द्वारा छापेमारी करके बरामद की गई शराब व बियर को जब्त करके भंडारगृह में रखा जाता है। लेकिन चूहे की शक्ल में ये पुलिस वाले लगातार शराब गटक रहे हैं। हालात यह है कि, हर तरफ ख़ामोशी का साया है, जिंदगी में प्यार किसने पाया है, हम यादों में झूमते हैं और ज़माना कहता है , देखो आज फिर पीकर आया है. यही हाल होता है शराबी का …
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