नालंदा, देशज टाइम्स डिजिटल डेस्क। कोरोना संकट के दौर में भी दरिदों की मौज है और इसे देखने वाला कोई नहीं है। घटना उस जिले का है जो सीधे सरकार से जुड़ा है। यहां दिल दहला देने वाली घटना ने मानवता को एकबार फिर कटघरे में आ खड़ा कर दिया है। विरोध में लोगों ने सड़क जाम कर आक्रोशित हो उठे हैं। इस घटना से महादलित परिवार काफी आक्रोशित हो गया है।
सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आंदोलन कर रहे लोगों की मांग थी बच्ची के हत्यारे को गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।गांव वालों के सड़क जाम करने का खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ा और वह पैदल ही जाने को मजबूर नजर आए, इनमें बुजुर्ग महिलाएं भी शामिल थी। इनमें बच्ची की मौत का दु:ख था, लेकिन साथ ही इसके कारण सड़क जाम करने को लेकर नाराजगी भी थी।
जानकारी के अनुसार, एक मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना के बाद उसकी निशंस हत्या कर दी गई है और नग्न शव को रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया गया है। उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद उसे उसी हालत में छोड़ दरिंदे फरार हो गए हैं। मामला नालंदा जिला के करायपरसुराय थाना क्षेत्र के के एक गांव की है। दरिंदों ने इस बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसके शव को इस्लामपुर-फतूआ रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया है।
बच्ची की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया है। घटना से आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने हिलसा- दनियावां मुख्य मार्ग को जाम कर अपराधियों की फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है पहले पुलिस उसे शीघ्र गिरफ्तार करे फिर कड़ी से कड़ी सजा दे।
शव को देखने से साफ है उसके साथ दरिंदगी की हद कर दी गई। बाद में उसकी हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया। मौके पर पुलिस प्रशासन पहुंच कर मामले की छानबीन में जुटी है।परिजनों को समझाने का प्रयास कर रही है।