back to top
1 नवम्बर, 2024
spot_img

Corona and DNA test: गंगा नदी से जब्त सभी शवों की प्रशासनिक देख-रेख में कराया गया कोरोना और डीएनए टेस्ट फिर लाशों का क्या किया…?

spot_img
spot_img
spot_img
क्सर। काफी फजीहत झेलने के बाद नींद से जगा बक्सर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने चौसा प्रखंड स्थित महादेवा श्मशान घाट पर बीते मध्य रात्री में ही सभी जब्त 71 शवो का कोविड -19 टेस्ट के अलावे डीएनए टेस्ट भी करवाकर सभी शवों को दफना दिया गया।
बीते सोमवार के दिन बक्सर स्थित गंगा के महादेवा घाट के समीप कुल 71 शवो को नदी में बहते हुए पाया गया।इस सूचना पर सक्रिय बक्सर जिला प्रशासन ने सक्रियता दिखाते हुए निजी गोताखोरों की मदद से सभी लाशो को नदी से बाहर निकाल कर देर रात गये नदी के तट पर ही जेसीवी से गड्ढा कर विधि सम्मत सभी शवो को दफना दिया।
इस बाबत पूछे जाने पर बक्सर जिलाधिकारी अमन समीर ने बताया की सभी शव गाजीपुर जिला (यूपी )के रास्ते नदी में बहते हुए बक्सर की सीमा में आये है।जहां बक्सर जिला प्रशासन मानवीय संवेदना के मद्देनजर इन शवो का अंतिम क्रिया कर्म करवाया है।जिलाधिकारी ने कहा है कि आगे ऐसी घटना की पुनार्वृति ना हो इसके लिए बीते सोमवार से ही गंगा नदी ठोरा नदी समेत कर्मनाशा नदियों में सघन पेट्रोलिंग की व्यवस्था की गई है।
इधर गाजीपुर (यूपी )डीएम मंगला प्रसाद ने दूरभाष पर बताया कि लाशों का बहकर बक्सर के जिले में प्रवेश करना एक सामान्य घटना है। उन्होंने यह भी कहा की कुछ सम्प्रदाय  के लोगो द्वारा लाशों को ना तो जलाया जाता है और ना ही दफनाया जाता है।पवित्र गंगा नदी में शव प्रवाहित करना इन लोगों के धर्मानुकुल  है।चुकी बिहार और यूपी के सीमा से लगी गंगा में इनके द्वारा शव प्रवाहित किया जाना एक सामान्य घटना है।डीएम मंगला प्रसाद ने बताया बीते सोमवार की घटना के बाद गाजीपुर जिला प्रशासन द्वारा अपने सीमावर्ती क्षेत्र में नदी में पेट्रोलिंग की व्यवस्था तेज कर दी गई है।
उन्होंने कहा की बीती मध्यरात्री से आज मंगलवार अहले सुबह तक बारह शवो को जप्त किया गया। सभी शव भभुआ (बिहार) से गंगा नदी में प्रवाहित करने के लिए गाजीपुर जनपद के  रास्ते लाये जा रहे थे। जिसे गाजीपुर प्रशासन द्वारा पीड़ित परिजनों के सहयोग से नदी के तट पर दफना दिया गया‌ इस बात का विशेष ध्यान रखा गया की किसी की भी धार्मिक भावना आहात ना हो।
गाजीपुर (यूपी )के डीएम ने बक्सर जिला प्रशासन के इस आरोप को खरिज किया कि सभी शव गाजीपुर के रास्ते बक्सर में प्रवेश किये है। बक्सर एसपी नीरज कुमार सिंह ने बताया की जप्त शवो के टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही यह कहा जा सकता है कि ये करोना पोजेटिव थे या नहीं।जप्त सभी शवो की औसतन उम्र पचास से सत्तर के बीच की है।

वहीं, बक्सर जिले के चौसा स्थित महादेवा घाट के निकट गंगा में तैरते मिले शवो को चौसा के बीडीओ और सीओ की देखरेख में गंगा किनारे की भूमि पर जेसीबी से खुदाई कर उसमें दफना दिया गया है।सोमवार की शाम स्थानीय बीडीओ और सीओ ने बंसफोर जाति के लोगो को गंगा में मिले शवों को दफनाने के कार्य मे लगाया।पहले जेसीबी से गड्ढे की खुदाई कराई और फिर एक एक कर सभी शवों को दफन कराया।

 चौसा के स्थानीय लोगो ने बताया कि एक दिन पूर्व चौसा के श्मशान घाट पर एक सौ के करीब तैरते शव देखे गए थे।सोमवार की यह संख्या आधी हो गई।प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यह शव यूपी के प्रयागराज और वाराणसी से तैरते हुए नही आये हैं बल्कि स्थानीय लोगो द्वारा मृतकों को चौसा के श्मशान घाट पर लाकर लकड़ी के अभाव में नदी में बहा दिया गया है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चूंकि बक्सर के चरित्रवन स्थित गंगा नदी के घाट पौराणिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और वहां सीमित संख्या में ही शव जलाए जा सकते हैं,इसलिए आठ दस किलोमीटर की दूरी तय कर बक्सर से लोग शवों को लाकर चौसा के श्मशान घाट पर ही नदी में बहा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि मना करने पर लोग मानते नही हैं।
बक्सर के डीएम अमन समीर ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि गाजीपुर और बलिया जिले के जिला प्रशासन से संवाद स्थापित किया गया है और यूपी से आने वाले शवों को बक्सर में ही सम्मान के साथ दफन कराने की बात कही गई है। हालांकि स्थानीय लोगो ने प्रशासन के यूपी से गंगा में तैर कर शवो के आने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है और बताया है कि सभी शव बक्सर का ही है जहां लोग अंतिम संस्कार के लिए आ रही समस्याओं और लकड़ी के अभाव के कारण गंगा नदी में बहा कर चले जाते हैं। स्थानीय लोगो का दावा है कि अधिकांश शव कोरोना संक्रमितों का हो सकता है।
--Advertisement--

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया [email protected] पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -