

नई दिल्ली, देशज टाइम्स संवाद। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर मिथिला लोक फाउंडेशन के तत्वावधान में लक्ष्मीनगर स्थित लिंग्वा फैमिली परिसर में अटल जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। मौके पर अटल गीत का विमोचन भी किया गया। देखते ही देखते यह गीत सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस अटल गीत की रचना देश के जाने-माने लेखक डॉ. बीरबल झा ने की है। इसे अपने सुरों से सजाया है गायिका मनदीप कौर ने। मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए पाग पुरुष डॉ. बीरबल झा ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी एक युग पुरुष थे।| देश की तरक्की में उनका योगदान अतुलनीय है। राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण के लिए अटल स्वाभाविक रूप से याद किए जाएंगे। मिथिला की सांस्कृतिक प्रीतिक चिह्न पाग को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले डॉ. बीरबल ने कहा कि संविधान की अष्टमसूची में मैथिली भाषा को स्थान दिलाकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी ने संपूर्ण मिथिलावासी का दिल जीतने में कामयाब हुए थे। सीता की धरती आज भी अनुग्रहित है। वहीं, पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने पाग पर डाक टिकट भी जारी किया था।

डॉ. बीरबल ने कहा कि अटल जी ने ही कोसी पुल बनवाकर दोभागों में बंटी मिथिला को एकसूत्र में जोड़ने का काम किया था। वहीं, जनता दल यू के महासचिव संजय झा ने भी इस पुल के निर्माण में हम भूमिका निभाई थी। डॉ. बीरबल ने अटल बखान करते हुए कहा कि अटल जी किसी जाति धर्म व वर्ग के नेता नहीं थे। वे दलगत राजनीति से ऊपर उठे राजनेता थे। उनकी लोकप्रियता, सूझबूझ व दूरदर्शिता की चर्चा आज भी जगह-जगह होती है। सही मायने में वे एक आदर्श पुरुष थे। डॉ. झा ने मौके पर केंद्र सरकार से मांग करते कहा कि पचीस दिसंबर को अटल दिवस घोषित किया जाए। साथ ही समाज में अटल विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए अभियान चलाया जाए। इस अवसर पर दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता राजेश शांडिल्य ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी हिंदुस्तान के जनमानस के नेता थे। उनकी विचारधारा अनुकरणीय है। मौके पर दर्जनों की संख्या में पूर्व प्रधानमंत्री को चाहने वाले मौजूद थे।






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