जाले। सावन की पहली सोमवारी पर प्रखंड क्षेत्र के शिवालयों में हर-हर महादेव, बोल बम के गगनभेदी नारों से पूरे दिन वातावरण भक्तिमय बना रहा।
हर दिशाओं से लोग हाथों में जलपात्र्र बेलपत्र लिए महादेव मंदिर की ओर जाते दिखे। प्रखंड क्षेत्र के जाले के मनामदेव स्थित ऐतिहासिक पौराणिक बाबा मनेश्वरनाथ महादेव मंदिर में बीते रविवार की रात्रि से ही बाबा के मन्दिर प्रांगण में शिवभक्तों के पहुंचने का सिलसिला प्रारम्भ हो गया था।
मंदिर प्रांगण में दर्जनों शिवभक्तों की अलग अलग टोली पूरी रात शिवजी नचारी व शिव तांडव भजन कीर्तन से वातावरण को भक्तिभाव से ओतप्रोत कर रखा था। अहले सबेरे प्रधान पुजारी बाबा उमेशपुरी के प्रथम पूजा के बाद मंदिर के मुख्य द्वार पर लगे अर्घापात्र से बाबा पर भक्त जलार्पण करते दिखे। लेकिन सबेरे आठ बजते ही शिवभक्तों की भारी भीड़ पहुंचकर मन्दिर का अर्घापात्र को हटाकर, मन्दिर के गर्भगृह में जाकर बाबा के शिवलिंग की पूजा अर्चना व जलार्पण प्रारम्भ कर दिया।
यहां सीमावर्ती जिला सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, शिवहर व नेपाल राष्ट्र से सैकड़ों शिवभक्त पहुंचकर पूजा-अर्चना कर रहे है। मन्दिर समिति से जुड़े युवा वाहनी के युवक शिवभक्त को पक्तिबद्ध कर जलार्पण करवा रहे है। बाबा के मन्दिर प्रांगन का घण्टा को पुजारी उमेशपुड़ी द्वारा कपड़ा से बांध दिया गया है। समाचार लिखे जानेतक पूजा अर्चना प्रारम्भ था।
वहीं, क्षेत्र के राढ़ी के पकटोला स्थित बूढ़ानाथ महादेव मंदिर बैधनाथपुर स्थित बाबाविश्वनाथ महादेव मंदिर, प्रखण्ड कार्यालय स्थित बाबा नागेश्वर नाथ महादेव मंदिर थाना परिसर स्थित बाबा थानेश्वर नाथ मंदिर भताही पोखर स्थित बाबा रामधारी नाथ महादेव जोगियारा स्थित जीवेश्वर नाथ महादेव मंदिर मुरैठा स्थित महादेव मंदिर मास्सा तरियानी नागरडीह भमरपुरा काजी बहेरा धमाद चन्दौना घोघराहा सहसपुर आदि महादेव मंदिर शिवालय में शिवभक्तों की ओर से अनवरत पूजाअर्चना का शिलशिला प्रारम्भ है। शिव मन्दिर में लोग के भक्तिभाव से पूजा अर्चना करते दिखे।।
मनामदेव मन्दिर में नवाह परायण यज्ञ
बाबा मानेश्वर नाथ महादेव मंदिर परिसर में पूर्व सरपंच नथुनिदास जी महाराज के निर्देशन में सीताराम नाम नववाह परायण यज्ञ सोमवार से प्रारम्भ हो गया है। इस मौके पर अनवरत दरिद्रनारायण भोज व साधुसंत संगत पंघत अनवरत प्रारम्भ है। इस मौके पर प्रत्येक दिन शन्ध्या 7 बजे से संगीतमय भगवान श्री सीताराम कथा प्रवचन भावपूर्ण कथा वाचन श्रीनथुनी दास एवं संत सिकल राम के मुखारबृन्द से प्रारम्भ है। नवाह परायण यज्ञ आगामी पांच अगस्त तक अनवरत चलेगा।।