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दिसम्बर, 27, 2025

पाकिस्तान से लौटी गीता दरभंगा की निकली, उसे सबकुछ याद है ईंट-भट्ठा, तालाब उसमें एक नाव, मंदिर, मेला, बगल में नदी,अस्पताल चाचा कमरू, डोमा मांझी

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पाकिस्तान से लौटी गीता दरभंगा की निकली, उसे सबकुछ याद है ईंट-भट्ठा, तालाब उसमें एक नाव, मंदिर, मेला, बगल में नदी,अस्पताल चाचा कमरू, डोमा मांझी

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  दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। आखिरकार देशज टाइम्स की खबर सच निकली। पाकिस्तान से लौटी गीता दरभंगा की ही निकली। अब वह जल्द दरभंगा आएगी। उसके आने का इंतजार हायाघाट के हवासा गांव में बेसब्री से हो रहा है। वैसे, हवासा की रहने वाली गीता को दरभंगा लाने की तैयारी में पूरा जिला जुटा है। हर कोई उसकी इंतजार में पलके बिछाए बैठा है कि कब आएगी हमारी गीता। वहीं, प्रशासन भी पूरी तरह सक्रिय है। प्रशासनिक तैयारी भी उसे सकुशल घर पहुंचाने की है कारण आखिर मामला सीधे विदेश मंत्रालय से जुड़ा है। हायाघाट के बीडीओ राकेश कुमार ने बताया कि, पाकिस्तान से लौटी गीता पर हायाघाट हवासा के शीत मांझी की पत्नी शोभा देवी ने दावा किया जो सही निकला। शोभा देवी के दावे पर सरकार को यहां से रिपोर्ट भेजी गई थी। इसके बाद इंदौर व दरभंगा के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने इसके लिए सराहनीय कदम उठाते हुए गीता की वीडियो और साथ में उससे जुड़ी अन्य चीजों से हवासा गांव को जोड़ा गया, परिजनों से बात हुई। इसमें सब समानता सामने आई और तय हो गया कि गीता शोभा की ही बेटी है और वह दरभंगा आने को आतुर है। उन्होंने बताया कि गीता के यहां पहुंचने पर उसे पूरा गांव यहां के लोगों से मिलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वीडियो कॉलिंग के डिस्प्ले पर गीता ने मूक भाषा में बता दिया कि उसके गांव में ईंट-भट्ठा, तालाब उसमें एक नाव, एक मंदिर जहां लगता था मेला, बगल में नदी व अस्पताल जहां वह इलाज कराने जाती थी। इसके बाद उन तमाम जगहों को बीडीओ ने गीता को दिखाया। वीडियो कॉलिंग पर तमाम स्‍थानों को देखने के बाद गीता को कुछ-कुछ याद आया व उसने बताया कि ऐसा ही उसका गांव था। इसके बाद गीता पर दावा करने वाली मां शोभा देवी से सामना कराया गया। लेकिन, गीता उसे ठीक से पहचान नहीं पाई। लेकिन, जैसे ही चाचा कमरू मांझी, डोमा मांझी से सामना कराया गया तो कहा कि इसी शक्ल के उनके चाचा हैं। काफी कुछ मिलने पर गीता ने स्वयं हवासा गांव आने की इच्छा जताई। इसके बाद यहां के प्रशासन ने उन्हें सहयोग करने का आश्वासन दिया। वहीं विदेश मंत्रालय के माध्यम से परिवार के सदस्यों ने डीएनए टेस्ट देने के लिए तैयार होने की बात कही। यह खबर सबसे पहले देशज टाइम्स में 26 दिसंबर 2018 फ्लॉयर में छपी जिसे डेढ़ लाख लोगों ने पढ़ा। इसमें स्थानीय विधायक अमरनाथ गामी की पहल को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर गीता दरभंगा की है तो वह दरभंगा जरूर आएगी।

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पाकिस्तान से लौटी गीता दरभंगा की निकली, उसे सबकुछ याद है ईंट-भट्ठा, तालाब उसमें एक नाव, मंदिर, मेला, बगल में नदी,अस्पताल चाचा कमरू, डोमा मांझीपाकिस्तान से लौटी गीता दरभंगा की निकली, उसे सबकुछ याद है ईंट-भट्ठा, तालाब उसमें एक नाव, मंदिर, मेला, बगल में नदी,अस्पताल चाचा कमरू, डोमा मांझी

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