बिहार में किशनगंज जिला की तीन प्रमुख नदियां उफान पर है।यहा कोचाधामन प्रखंड क्षेत्र के चरघरिया कनकई नदी का जलस्तर खतरे के निशान पार कर चुकी है।इस नदी के करीब में रहने वाले ग्रामीण बाढ़ आशंका से भयभीत है।
अन्य नदियों में महानंदा नदी बीते गुरुवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी लेकिन शुक्रवार को लाल निशान से छह सेंटीमीटर नीचे बह रही है।
नेपाल सीमा से निकलकर किशनगज में परवेश करने वाली गलगलिया मेची नदी भी लाल निशान से कुछ सेंटीमीटर नीचे बह रही है।इसी कारण नदियों से करीब रहने वाले ग्रामीण बाढ़ के खतरे से भयभीत हैं।
जिलाधिकारी डाॅ. आदित्य प्रकाश ने बताया कि सभी प्रखंड क्षेत्र के आपदा प्रबंधन समूह अधिकारी अलर्ट हैं।उन्होनें कहा कि संबंधित प्रबंधन के अधिकारी नदियों की स्थिति का जायजा लेकर स्थानीय ग्रामीणों को अलर्ट करते रहते हैं।
बाढ़ग्रस्त सभी प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ से बचाव के लिए सुरक्षित स्थान चिन्हित है और पूरे जिले में विभिन्न प्रखंडों से कुल 225 सुरक्षित स्थान चिन्हित कर ली गयी है।
बाढ़ से बचाव में सभी सामग्री लाईफ जेकेट आदि सहित गोताखोर एवं एनडीआरएफ टीम यहा तैनात और 24×7समय अलर्ट है किसी भी विशेष परिस्थिति से निपटने के लिए जिला आपदा प्रबंधन समूह अधिकारी सतर्क हैं।
जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रंजीत कुमार के द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताविक चरघरिया कनकई नदी में लाल निशान से छह सेंटीमीटर ऊपर और जलस्तर बढ़ रहा है।
वहीं गलगलिया मेची नदी लाल निशान से 2.20 मीटर नीचे और तैयपपुर में महानंदा नदी का जलस्तर 20 सेंटीमीटर नीचे है। अच्छी बात यह है कि दोनों ही नदियों के जलस्तर में कमी आ रही है।




