मुंबई। केंद्रीय उद्योगमंत्री नारायण राणे के मुंबई में जुहू स्थित निवास पर शिवसैनिकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नारायण राणे से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के विरुद्ध कथित अपमानजनक टिप्पणी को वापस लेने की मांग की। इस दौरान शिवसेना कार्यकर्ताओं को भगाने के प्रयास में पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया। पुलिस के बीच बचाव के बाद शिवसैनिकों ने अपना प्रदर्शन खत्म किया।
शिवसेना के संगठन युवा सेना के पदाधिकारी वरुण सरदेसाई ने कहा कि उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री हैं। इसके साथ ही ठाकरे शिवसेना के अध्यक्ष हैं और हमारे देवता की तरह हैं। उन्हें मारने की धमकी शिवसेना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
वरुण सरदेसाई ने कहा कि नारायण राणे के बेटे ने चुनौती देते हुए कहा था कि शिवसेना में अगर हिम्मत है तो उनके घर पर आकर बताएं।
इसी वजह से उन्होंने नारायण राणे के घर के सामने प्रदर्शन किया है। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे शिवसैनिकों से हर पुलिस स्टेशन जाकर नारायण राणे के विरुद्ध मामला दर्ज करने की अपील की है।
वरुण सरदेसाई ने कहा कि भाजपा में अब संस्कार नहीं रह गया है। इसलिए भाजपा का कोई नेता शिवसेना कार्यालय तोडऩे की धमकी दे रहा है तो कोई मुख्यमंत्री को मारने की धमकी दे रहा है। इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विचार करना चाहिए।
उल्लेखनीय है नारायण राणे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के विरुद्ध सोमवार को विवादित वक्तव्य दिया था। इसी वजह से मंगलवार को जगह- जगह नारायण राणे के विरुद्ध शिवसेना की ओर से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। पुणे में शिवसैनिकों ने नारायण राणे के आर डेक्कन मॉल पर भी तोड़-फोड़ की है।
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन किया, भारतीय जनता पार्टी के दफ्तरों पर हमला भी किया गया है।
इस बीच नारायणनारायण राणे के बेटे और भाजपा विधायक नितेश राणे ने भी बड़ा आरोप लगाया है. नितेश राणे का कहना है कि रत्नागिरी जाते वक्त उन्हें टोल प्लाज़ा पर रोका गया।