
नई दिल्ली। मुंडका पुलिस ने नशा तस्करों के एक शातिर मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए एक हिस्ट्रीशीटर समेत दो ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। जो दिल्ली के विभिन्न इलाकों में गांजा की तस्करी करते थे।
आरोपियों के कब्जे से 8 किलो से अधिक गांजा बरामद किया है। आरोपियों की पहचान कन्हैया कुमार झा और वचेस पति रंजन के रूप में हुई है। पुलिस आरोपियों उनके बिहार के मॉडयूल के बारे में पता करने की कोशिश कर रही है।
जिला पुलिस उपायुक्त परविन्द्र सिंह ने बताया कि मुंडका पुलिस पिछले काफी समय से इलाके में ड्रग तस्करी के मामले सामने आने पर उसके मॉड्यूल का पर्दाफाश करने की कोशिश में लगी थी। जिसके लिए कई संदिग्धों से और पहले पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही थी। हेड कांस्टेबल सुरजीत और कांस्टेबल रविन्द्र शाम के वक्त बी-2 ब्लॉक, लोक नायक पुरम इलाके में गश्त पर थे।
उन्होंने पकड़े गए दोनों आरोपियों को संदिग्ध हालत में देखा, दोनों ने सिर पर एक-एक बैग रखा हुआ था। दोनों आरोपी पुलिस टीम को देखकर भागने लगे। जिनका पीछा कर दोनों को दबोच लिया। बैग की तलाशी लेने पर उसमें से गांजा बरामद हुआ।
आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि कन्हैया कुमार झा जैतपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है और पहले 8 मामलों में शामिल रहा है। पिछले कुछ समय से वह बार-बार अपना ठिकाना बदल रहा है।
किसी भी घर को किराए पर लेते समय वह आमतौर पर सत्यापन के लिए अपने रिश्तेदारों का पता दे दिया करता था। वह ओडिसा के रहने वाले निरंजन नाम के एक व्यक्ति से भांग खरीदता और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में छोटे-छोटे पैकेटों में बेचकर मोटा मुनाफा कमाया करता था। कन्हैया कुमार झा लोक नायक पुरम, बक्करवाला, का रहने वाला है।
वह मूलरूप से ग्राम पोडमा, लढानिया, जिला मधुबनी बिहार का रहने वाला है। 2017 में भाई की शादी की पूर्व संध्या पर जश्न में फायरिंग करने के एक मामले में उसे गिरफ्तार किया गया था। वह जेल में एक अब्दुल के संपर्क में आया जो कि बिहार से ताल्लुक रखता है। अब्दुल के संपर्क में आने के बाद वह ड्रग तस्करी करने लगा था।
उसका साथी वचेस पति रंजन मूलरूप से सहरसा सिटी, जिला सहरसा बिहार का रहने वाला है। वह एक निजी कंपनी में गार्ड की नौकरी करता है। लॉकडाउन में वह बेरोजगार हो गया। वह कन्हैया कुमार झा के संपर्क में आया। उसने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कन्हैया कुमार झा के साथ गांजा बेचना शुरू कर दिया था।