मुख्य बातें
-पादरी को ग्रामीणों ने किया पुलिस के हवाले, सुपौल का रहने वाला है पादरी
-कुछ दिन पहले धर्म परिवर्तन कर बना ईसाई
बिहार में सुपौल जिले के राजेश्वरी ओपी क्षेत्र के कंजारा गांव में लोगों ने एक पादरी को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है।
पादरी कुछ महीने पहले तक हिन्दू था और सुपौल शहर के महावीर चौक स्थित होटल चलाने का काम करता है। लेकिन कुछ दिन पहले उनसे ईसाई धर्म कबूल कर लिया था।
इस मामले का खुलासा विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने किया है।आरोप है कि पादरी ने करीब 30 हिन्दू परिवारों का धर्म परिवर्तन करा कर, उन्हें ईसाई धर्म का बना दिया है।
पुलिस के हवाले किया गया पादरी दावा करता है कि प्रभु की प्रार्थना से कई जटिल बीमारी ठीक हो जाती है। उसकी भी गंभीर बीमारी प्रभु की प्रार्थना के बाद ठीक हुई, इसलिए उसने धर्म परिवर्तन कर लिया।
हालांकि, लोगों का दावा है कि पादरी का नाम रवि गुप्ता है, जो सुपौल नगर परिषद के भेलाही इलाके का रहने वाला है। मधेपुरा के रहने वाले श्याम सुंदर मंडल को भी पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
इस संबंध में राजेश्वरी ओपी प्रभारी राम शंकर कुमार ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा सूचना दी गई कि दो युवक लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाने के बदले पकड़े गए हैं, जिसके बाद वे दल बल के साथ वहां पहुंचे और ग्रामीणों के चंगुल से उक्त युवक को छुड़ा कर थाना ले आए।
फिलहाल पूछताछ की जा रही है। वरीय अधिकारियों को सूचना दे दी गई है। दोनों के खिलाफ पुलिस को अब तक कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।
एक महीने में तीसरा मामला
सुपौल में इस महीने धर्म परिवर्तन की यह तीसरी घटना सामने आई है। इससे पूर्व भीमपुर ओपी अंतर्गत एक हिन्दू महिला को जबरदस्ती दो महीने तक अपहरण कर प्रतिबंधित मांस खिलाकर धर्म परिवर्तन कराने का मामला आया था।
दूसरी घटना सरायगढ़ प्रखंड अंतर्गत पिपरा खुर्द गांव की है, जहां प्रलोभन देकर 20 से 25 परिवार को धर्मांतरण कराने का मामला प्रकाश में आया था। यह तीसरी घटना है जिसमें बीमारी ठीक करने के नाम पर लोगों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराते शख्स को रंगे हाथ सैकड़ों लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है।