तेजप्रताप यादव यानी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अब सीधा बगावती तेवर में हैं। बीस अक्टूटर को लालू के पटना आने से पहले ही तेज ने अपना तेजपन दिखा दिया है।
तेजप्रताप ने तारापुर से अपना उम्मीदवार उतारकर ना सिर्फ परिवार में भूचाल ला दिया है बल्कि बिहार की राजनीतिक दशा और दिशा दोनों को एकबारगी ही पलट दिया है।
यह तो होना ही था
तेजप्रताप ने ट्वीटर के जरिए जिस तरीके मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती को नवरात्र और देवी स्वरूप से जोड़कर लालू और तेजस्वी पर सीधा हमला किया तो जाहिर था कि उनकी मंशा अब कुछ और है। नतीजा सामने है, तेज प्रताप यादव ने अपनी छात्र जनशक्ति परिषद पार्टी के समर्थन से तारापुर विधानसभा में अपना उम्मीदवार उतार दिया है।
उन्होंने लिखा कि मेरा नाम नहीं था तो कोई बात नहीं लेकिन मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती का नाम तो होना चाहिए था. प्रदेश की महिलाएं कभी माफ नहीं करेंगी।
जानकारी के अनुसार, कल नामांकन के आखिरी दिन असरगंज माछिडीह के रहने वाले राजद के पूर्व नेता और पहले कांग्रेस से तारापुर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके संजय कुमार यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा भर दिया।
दरअसल, तेजप्रताप की यह बगावत उसी दिन दिखने लगा था जब राजद विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। तेजप्रताप यादव का उस बैठक से बहिष्कार करना और राजद नेताओं से तेजप्रताप की गैरमौजूदगी की बात पूछने पर जवाब यह आना कि वे पटना से बाहर हैं, ठीक उसी दौरान तेजप्रताप यादव का केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के घऱ आय़ोजित रामविलास पासवान पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होना बहुत कुछ कह गया।
नामांकन करने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी संजय कुमार यादव ने कहा कि मैं छात्र जनशक्ति परिषद का प्रमंडलीय पदाधिकारी हूं. हमारे नेता तेज प्रताप के निर्देश पर मैंने यहां नामांकन किया है। निर्दलीय प्रत्याशी जरूर हूं, लेकिन छात्र जनशक्ति परिषद की शक्ति हमारे साथ है।
संजय कुमार यादव ने बताया कि छात्र जनशक्ति परिषद का ही मैं उम्मीदवार हूं, चूंकि अभी हमारी पार्टी को अभी मान्यता नहीं मिली है इसलिए निर्दलीय उम्मीदवार हूं. आगे उन्होंने बताया कि हमारे चुनाव प्रचार के लिए तेज प्रताप यादव तारापुर आएंगे. यहां रहकर हमारे लिए वोट मांगेंगे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विकास करना ही उनकी प्राथमिकता होगी, इस बार जनता का साथ मिलेगा. वर्षों से विकास के मामले में तारापुर उपेक्षित रहा है। संजय इससे पहले भी तारापुर से दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं।
इससे पहले राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी कह चुके हैं, तेजप्रताप खुद ही राजद से बाहर हो चुके हैं। तेजप्रताप यादव अपना संगठन बना चुके हैं, इसलिए वे राजद से स्वतः निष्कासित हो चुके हैं।
शिवानंद तिवारी के इस बयान का राजद की ओर से कोई खंडन भी नहीं आया। लिहाजा ये तय हो गया कि लालू-राबड़ी परिवार की लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गयी है।