बिहार में नीतीश सरकार नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अमलीजामा पहनाने की तैयारी में जुट गई है। इसके तहत अब प्राइवेट स्कूलों में भी टीचर बनने के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी को अनिवार्य किया जाएगा। अभी तक सरकारी स्कूलों में ही यह व्यवस्था लागू है।
पात्रता परीक्षा के अंकों के साथ इंटरव्यू की होगी व्यवस्था
जानकारी के अनुसार, राज्य स्तर पर अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने एक कार्यशाला को संबोधित किया है। इसमें कहा गया है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के अंकों के साथ इंटरव्यू की व्यवस्था लागू की जाएगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के लिए शिक्षा विभाग के निर्देश पर बीईपी एक ब्लूप्रिंट तैयार किया है। इसके मुताबिक निजी स्कूल समेत सभी स्तरों पर शिक्षकों के नियोजन के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा को आवश्यक बताया गया है।
बिहार में नई शिक्षा नीति के लागू होते ही परीक्षा प्रणाली लचीली हो जाएगी। साथ ही तीसरी, पांचवीं और आठवीं में संबंधित अथॉरिटी द्वारा परीक्षाओं का आयोजन होगा।
बिहार में पांचवीं और आठवीं की परीक्षा पहले से ही बीईपी के संयोजन में होती रही है और अब इसके तहत तीसरी कक्षा की परीक्षा भी महत्वपूर्ण हो जाएगी। नई नीति के तहत सभी मूल्यांकन, सहपाठी मूल्यांकन, कक्षा के बच्चों को हर साल प्रगति पत्रक दिया जाएगा। इसमें क्विज, रोल प्ले, समूहकार, शिक्षक मूल्यांकन शामिल होगा।
इसके जरिए ही किसी भी प्राइवेट स्कूल में शिक्षकों का सलेक्शन में किया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंदर केंद्र सरकार ने यह बदलाव किया है। बिहार में भी इसे जल्द ही लागू करने की तैयारी चल रही है।