पटना। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से वार्ता के बाद आज दो दिनों की हड़ताल (Junior doctors of the state returned to work) पर गए राज्य के जूनियर डॉक्टर काम पर लौट आए हैं।
जूनियर डॅाक्टरों ने बुधवार से बिहार के मेडिकल कॉलेजों की ओपीडी सेवा बंद करवा दी थी। रजिस्ट्रेशन काउंटर बंद होने से मरीजों की भीड़ लग रही थी। अनुमान है कि ओपीडी सेवा बंद होने से 500 से अधिक मरीज प्रभावित हुए हैं।
पीएमसीएच और एनएमसीएच सहित राज्य के कई अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों ने स्टाइपेंड में बढ़ोतरी की मांग को लेकर काम ठप कर दिया था।
इससे ओपीडी सेवाएं बाधित हुई थी और मरीजों को काफी परेशानी हुई थी। आज सुबह अधिकारी से वार्ता के बाद सभी इंटर्न काम पर लौट आए हैं। हड़ताल का मुख्य कारण स्टाइपेंड में बढ़ोतरी की मांग थी।
जूनियर डॉक्टरों का आरोप है कि सरकार ने पांच साल से स्टाइपेंड नहीं बढ़ाया है। बार-बार मांग करने के बाद भी स्टाइपेंड नहीं बढ़ाया गया। जूनियर डॉक्टर ने मांगे पूरी नहीं होने तक स्वास्थ्य सेवा बाधित रखने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने डॉक्टरों से बात करने की पहल की और हड़ताल को खत्म करवाया।