बिहार में फिर नक्सलियों की इंट्री हो गई है। ताजा मामला औरंगाबाद का है। यहां, नक्सलियों की एक बार फिर से बंदूकें गरजीं हैं। नक्सलियों ने मदनपुर थाना क्षेत्र के जुड़ाही गांव के पास स्थित मोबाइल टावर को बम से उड़ा दिया है।
वहीं, किसान भवन को भी बम से हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया है। नक्सलियों की ओर से बम ब्लास्ट की इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है।
जानकारी के अनुसार जिले के मदनपुर थाने के जुड़ाही में नक्सलियों ने विस्फोट पर टॉवर को उड़ा दिया है। साथ ही किसान भवन को भी ब्लास्ट कर क्षतिग्रस्त कर दिया है। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने घटना की पुष्टि की है।
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी ने 23 नवम्बर से 25 नवम्बर तक भारत बंद आह्वान किया है। माओवादी नेता प्रशांत बोस उर्फ किशन दा और उनकी पत्नी शिला मरांडी की गिरफ्तारी के विरोध में बिहार समेत 4 राज्यों में बंद का ऐलान किया गया है।
बीते दिनों झारखंड के लातेहार और चक्रधरपुर रेल पटरी को नक्सलियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था। जिसके कारण कई ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया था। अब माओवादियों ने फिर से 23 से 25 नवंबर तक झारखंड, बिहार समेत 4 राज्यों में बंद का ऐलान किया है।
वहीं, इससे पहले गया में कथित नक्सलियों ने चार लोगों की फांसी पर लटका कर हत्या कर दी थी। इससे पहले फ़रवरी, 2010 में जमुई के फुलवरिया गाँव में ऐसी घटना हुई थी। तब पूरे गांव को घेरकर गोलियां बरसाई गई थीं, जिसमें दो महिला, एक बच्चे समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी।
शनिवार को बिहार की राजधानी पटना से करीब सौ किलोमीटर दक्षिण में स्थित गया में प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) यानी नक्सलियों ने एक ही परिवार के दो भाई और उनकी पत्नियों को फांसी पर लटका दिया। 13 नवंबर शाम की यह घटना ज़िले के डुमरिया थाना के सोनबार गांव के बघबोआ टोला की है।
बिहार की सामाजिक और राजनीतिक हलचलों पर नज़र रखने वाले कई लोगों का मानना है कि बिहार में नक्सली वारदात के इतिहास में यह पहली घटना है, जिसमें पुरुष ही नहीं महिलाओं को भी फांसी पर लटका दिया गया। वहीं, आज किसान भवन और मोबाइल टावर पर हमला कर बड़ी साजिश को अंजाम दिया है।
इससे पहले वैशाली में भी पांच जिंदा बम मिले थे। इसके बाद ही अमूमन इन दिनों शांत रहने वाले वैशाली में भी नक्सली आहट की बात चुपके से होने लगी थी।