बिहार में कोरोना संक्रमण (corona positive) के मामले बढ़ रहे हैं। खासकर पटना में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी माना है। सोमवार को जनता दरबार में सुनवाई के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में (Chief Minister Nitish Kumar midea meet) कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को देखते हुए फिर से पूरी तैयारी की जा रही है। जांच और इलाज पर पूरा जोर पर है। लोगों को सर्तक रहने की जरुरत है। स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी तरह तैयार है।
बिहार में अभी तक ओमीक्रोन का मामला नहीं
कोरोना के नये वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि ओमीक्रोन के मामले देश में लगातार बढ़ रहे हैं। पूरी दुनिया में इसे लेकर चिंता जताई जा रही है। बिहार में अभी तक ओमीक्रोन का मामला नहीं आया है। इसके जांच के लिए सैंपल बाहर भेजना पड़ता है, जिसमें लंबा समय लगता लेकिन (Corona cases increased again in Bihar) हम लोगों की तरफ से पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
इधर, राजधानी पटना के 3 मोहल्लों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आज फिर बुद्धा कॉलोनी पटेल नगर और एजी कॉलोनी में एक एक कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। पटना में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को सोमवार को स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के साथ मंथन चल रही है। विदेश यात्रा से आने वालों के साथ ऐसे लोगों की तलाश की जा रही है जिनके घर के आस पास कोरोना के मरीज पाए गए हैं।
पटना के एजी कॉलोनी में 36 साल का युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। एजी कॉलोनी में रविवार को 7 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। सब एक ही परिवार के लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कांटेक्ट ट्रेसिंग कर लोगों की जांच करा रहा है। अब तक 50 से अधिक लोगों की जांच हो गई है। पटना के पटेल नगर में भी कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।
पटेल नगर के मानस पथ में 45 साल की एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह संक्रमितों के संपर्क में आने के कारण पॉजिटिव हुई है। अब तक मानस पथ में कई लोग काेरोना संक्रमित पाए गए हैं। बुद्धा कॉलोनी में 38 साल का एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। ऐसे में, राजधानी पटना के इन मोहल्लों में कोरोना काफी तेजी से पैर पसार रहा है। प्रशासन की तरफ से लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की जांच ज्यादा से ज्यादा हो यह हमारा उद्देश्य है। कोरोना को लेकर हम सभी सक्रिय हैं। ओमीक्रोन के मामलों का बिहार में अब तक पता नहीं चल सका है। इसका कारण है कि ओमीक्रोन का पता लगाने के लिए सैंपल बाहर भेजना पड़ता है ओर रिपोर्ट आने में दिन हो जा रहे हैं।
अभी तक जो सैंपल जांच के लिए भेजे गये है अब तक उसका रिपोर्ट नहीं आया है। हम व्यवस्था कर रहे हैं कि यहीं जीनोम सीक्वेंसिंग की व्यवस्था हो जाए। मरीजों के इलाज का पूरा इंतजाम है जो बाहर से आ रहे हैं, उन्हीं लोगों में इस तरह के मामले दिख रहे हैं। इसके लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सर्तक रहने की सख्त हिदायत दी गयी है।