बिहार में गड़बड़ करने वाले अधिकारियों के खिलाफ निगरानी और आर्थिक अपराध इकाई (Economic Offenses Unit) की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है।
आय से अधिक संपत्ति मामले में आर्थिक अपराध इकाई बिहार की टीम आज दो अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इसमें पटना जिले के विक्रम प्रखंड के तत्कालिन अंचलाधिकारी वकील प्रसाद सिंह और पटना के तत्कालीन मोटरयान निरीक्षक मृत्युंजय कुमार सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।
अवैध बालू खनन के (Raids on the properties of two officers) मामले में पटना के तत्कालीन मोटरयान निरीक्षक मृत्युंजय कुमार सिंह और वकील प्रसाद के ठिकानों पर आर्थिक अपराध अनुसंधान ईकाई (ईओयू) ने छापेमारी की। विक्रम के तत्कालीन अंचलाधिकारी वकील प्रसाद सिंह के पटना स्थित गोला रोड और रोहतास आवास पर ईओयू की छापेमारी चल रही है, जबकि मृत्युंजय कुमार सिंह के पटना और औरंगाबाद आवास पर छापेमारी चल रही है।
मृत्युंजय कुमार सिंह और वकील प्रसाद के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। अब तक की जांच में डीटीओ मृत्युंजय कुमार सिंह के पास ज्ञात स्रोत से 500 प्रतिशत से अधिक, जबकि सीओ वकील प्रसाद सिंह के पास 84 प्रतिशत से अधिक आय मिलने के प्रमाण मिले लगे हैं। ईओयू की टीम ने मंगलवार की सुबह बिहार की राजधानी पटना, झारखंड की राजधानी रांची के साथ ही औरंगाबाद और रोहतास में भी छापेमारी की है।
पटना के विक्रम प्रखंड के तत्कालिन अंचालाधिकारी के रोहतास स्थित शिवसागर के बड्डी ओपी क्षेत्र स्थित मझुई गांव में उनके पैतृक आवास पर आर्थिक अपराध इकाई की टीम की छापामारी (EOU Raids In Rohtas) हुई है। गांव में अचानक छापेमारी टीम के पहुंचने से हड़कंप मच गया। जानकारी के मुताबिक, आय से अधिक संपत्ति मामले में दो दिन पूर्व आर्थिक अपराध इकाई ने मुकदमा दर्ज किया था।
सोमवार को मामला दर्ज कर न्यायालय से सर्च वारंट प्राप्त कर उनके ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है। वकील प्रसाद सिंह के पैतृक आवास के अलावा पटना के फ्लैट संख्या-202 सूर्य चंद्र विहार अपार्टमेंट सोनू मार्केट गोला रोड, दानापुर में भी छापेमारी की जा रही है।
इनके खिलाफ भी जांच और सत्यापन में 84% अधिक धन अर्जन किए जाने की सूचना मिली है। कुल आठ विशेष टीमें आवास को खंगालने में लगी है। छापामारी में शामिल अधिकारियों ने बताया कि बाद में इसका विवरण उपलब्ध कराया जाएगा। फिलहाल छापा की प्रक्रिया जारी है।