नरकटियागंज की भाजपा विधायक रश्मि वर्मा ने रविवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा बिहार विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है।
नरकटियागंज की भाजपा विधायक रश्मि वर्मा ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दी है। उन्होंने बिहार विधानमंडल के अध्यक्ष को संबोधित पत्र में लिखा है कि मैं निजी कारणों से बिहार विधानसभा की सदस्यता से स्वेच्छा से त्याग पत्र दे रही हूं। मेरे त्याग पत्र को स्वीकार करने की कृपा करेंगे।
निजी कारणों का हवाला देते हुए बीजेपी विधायक रश्मि वर्मा ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि विधानसभा कार्यालय से इस्तीफे स्वीकार करने की खबर नहीं है।हालांकि निजी किन कारणों से वे त्याग पत्र दे रहीं हैं। पत्र में इसका उल्लेख नहीं है।
निजी कारणों की जानकारी के लिए विधायक से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है तो वे फोन नहीं उठा रहीं हैं। पत्र 09 जनवरी 2022 को विधायक के लेटर हेड पर लिखी गई है। इस पत्र को दिखाते उनकी तस्वीर इंनटरनेट मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रही है।
रश्मि वर्मा का लम्बा राजनीतिक करियर रहा है। रश्मि वर्मा 2014 में रातों रात जदयू से भाजपा में गईं और बीजेपी के टिकट पर उपचुनाव में नौ माह के लिए विधायक बनीं थीं। 2015 के चुनाव में बीजेपी ने टिकट नहीं दिया तो निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गईं।
रश्मि वर्मा के कारण ही नरकटियागंज विधानसभा का चुनाव त्रिकोणात्मक हो गया था। तब रश्मि वर्मा के जेठ विनय वर्मा कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव जीतें। उन्हें 57 हजार 212 वोट मिले। निर्दलीय लड़ रहीं रश्मि वर्मा को 39 हजार 200 वोट मिले और भाजपा की प्रत्याशी रेणु देवी को 41151 वोट मिले। बाद में फिर से 2020 के विधानसभा चुनाव में रश्मि वर्मा को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया और वह विजयी रही। अब एक बार फिर से इस्तीफा देकर रश्मि वर्मा ने सबको चौंका दिया।