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1 नवम्बर, 2024
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Makar Sankranti special : मकर संक्रांति के दिन किन राशियों के लिए क्या है खास दान, फल प्राप्ति के लिए करें ये काम, जानिए कब से कब तक है पुण्यकाल

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हिंदू धर्म में मकर संक्रांति पर्व का खासा महत्व है। यह दिवस सूर्य एवं शनि दोनों ही देवों की आराधना का होता है।  ज्योतिषाचार्य पं. सदानंद मिश्र मकर संक्रांति पर्व के महत्व, उसके मनाए जाने की प्रक्रिया एवं संबंधित राशियों को इस दिन किस तरह के दान से पुण्य लाभ प्राप्त होगा। इसकी जानकारी विस्तृत रूप से दे रहे हैं।

उनका कहना है कि धर्म पुराणों के अनुसार सूर्य देव अपने पुत्र शनि देव को पसंद नहीं करते थे। इसी कारण उन्होंने शनि को उनकी मां छाया से अलग कर दिया। माता और पुत्र को अलग करने के कारण सूर्य देव को कुष्ठ रोग का श्राप मिला। तब सूर्यदेव के दूसरे बेटे यमराज ने कठोर तप कर उन्हें कुष्ठ रोग से मुक्त कराया। रोगमुक्त होने के बाद सूर्य देव ने क्रोध में आकर शनि देव और उनकी माता के घर ”कुंभ” जला दिया।

सूर्य देव के इस कदम से शनि और छाया काफी आहत हुए। इसके बाद यमराज ने सूर्य देव को समझाया तब सूर्यदेव का क्रोध शांत हुआ और वे अपने पुत्र शनि और छाया से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे। वहां जाकर देखा तो सबकुछ जलकर खाक में तब्दील हो चुका था।

बस काला तिल जस का तस रखा हुआ था। सूर्य के घर पधारने पर शनि ने उनका स्वागत उसी काले तिल से किया। इसके बाद सूर्य ने उन्हें दूसरा घर ”मकर” प्रदान किया। इसके बाद सूर्यदेव ने शनि को कहा कि जब वे उनके नए घर मकर में आएंगे, तो उनका घर फिर से धन और धान्य से भर जाएगा।

साथ ही कहा कि मकर संक्रान्ति के दिन जो भी काले तिल और गुड़ से सूर्य की पूजा करेगा। उसके सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाएंगे। उसे सूर्य और शनि दोनों की कृपा प्राप्त होगी। शनि व सूर्य से जुड़े कष्ट दूर हो जाएंगे। इसलिए मकर संक्रान्ति पर काले तिल और गुड़ का खास महत्व माना गया है।

मकर संक्रांति पर सूर्य के उत्तरायण होने के बाद विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य शुरू हो सकेंगे। श्रद्धालुओं में असमंजस को दूर करते हुए विद्वानों ने कहा है कि 14 जनवरी को मकर संक्रांति दोपहर बाद से शुरू हो रही है, जो पंद्रह जनवरी दोपहर बाद तक रहेगी। पंचांगों के अनुसार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी को दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर हो रहा है। मकर संक्रांति का पुण्य काल 2 बजकर 43 मिनट से शाम 5 बजकर 45 मिनट तक है।

सूर्य धनु से मकर राशि में 14 जनवरी को ही प्रवेश कर रहा है। इसलिए 14 जनवरी को ही संक्रांति मनाया जाना शास्त्र के अनुरूप है। हालांकि बनारस पंचांग के जानकार उदया तिथि में संक्रांति मनाने का तर्क देते हैं। 14 जनवरी दोपहर में सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के बाद उदयातिथि 15 जनवरी पड़ने से बनारस पंचांग के विद्वान 15 जनवरी को मनाने की बात कह रहे हैं।

किस राशि को क्या करना चाहिए दान

ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि मकर संक्रांति पर आपको अपनी राशि के अनुसार क्या दान करना है। जिससे आपको विशेष पुण्य लाभ प्राप्त हो सके।-

मेष: इस राशि के जातक को तिल, दाल, रेशमी कपड़ा, चादर का दान किसी जरूरतमंद को करना चाहिए। इससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि रहेगी।

वृषभ: इस दिन उड़द दाल की खिचड़ी सहित वस्त्र और तिल का दान करें। काला तिल, काली उड़द, सरसों का तेल भी दान के लिए शुभ है।

मिथुन: इस राशि के जातक चादर, छाता का दान करना चाहिए। आपके लिए काला तेल, बेसन के लड्डू भी दान के लिए शुभ रहेंगे।

कर्क: इस दिन आपको वस्त्र और साबूदाना का दान करना चाहिए। साबुत हल्दी, पीला कपड़ा, पीतल के बर्तन, फल भी दान कर सकते हैं। इससे नौकरी में आ रही बाधा दूर होने की संभावना रहती है।

सिंह: मकर संक्रांति के दिन आपको स्नान आदि और सूर्य देव को जल अर्पण करने के बाद लाल कपड़ा, मसूर की दाल, कंबल आदि का दान करना चाहिए। गुड़ की गजक और तेल का दान भी शुभ है। इससे पारिवारिक विवाद खत्म होंगे।

कन्या: इस जातक को मकर संक्रांति पर हरे कपड़े, हरी सब्जियां, खिचड़ी आदि का दान करना चाहिए। तेल और उलड़ दाल का दान भी अच्छा रहता है।

तुला: इस राशि के जातक को सूती वस्त्रों का दान करना चाहिए। सफेद मिठाई, गुलाबी कपड़े भी दान के लिए शुभ हैं। इससे आपके जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होगा।

वृश्चिक: इन जातकों को गरीबों के बीच कंबल, खिचड़ी, मटर, फल और तिल-गुड़ का दान करना चाहिए। आपको मान-सम्मान और उच्च पद की प्राप्ति होगी।

धनु: इस दिन जातकों को चले की दाल दान करनी चाहिए। गुड़ की गजक, मूंगफली, तांबे के बर्तन आदि भी दान में किसी जरूरतमंद को दे सकते हैं।

मकर: ऐसे जातकों को खिचड़ी, कंबल, हरे वस्त्रों का दान करना चाहिए। इससे जीवन में धन की कमी दूर हो सकती है। किसी छात्र या विद्यार्थी को पुस्तक भी दान में दे सकते हैं।

कुंभ: इस राशि के जातक अगर साबुन, वस्त्र, कंघी और अन्न का दान करें तो यह बहुत शुभ है। गर्म कपड़े और तेल का दान भी किया जा सकता है।

मीन: आपको मकर संक्रांति के दिन तिल, गुड़ और मूंगफली का दान करना चाहिए। साबूदाना, चादर या वस्त्र के दान भी किए जाने चाहिए।

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