आकिल हुसैन मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। निगरानी टीम पटना के डीएसपी गोपाल पासवान के नेतृत्व में आठ सदस्य टीम ने रविवार को एक भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारी को महज पंद्रह हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर अपने साथ पटना ले गई। रविवार की सुबह अपराध नियंत्रण अन्वेण ब्यूरो, निगरानी पटना की आठ सदस्यीय टीम मधुबनी के खजौली पहुंच गई थी। निगरानी टीम खजौली के पुलिस इंस्पेक्टर शिव कुमार को रिश्वत की पंद्रह हजार रूपए की रकम के साथ रंगे हाथों दबोच किया। मिली जानकारी के अनुसार रिश्वत खोर इंस्पेक्टर केस खत्म करने एवं केस से नाम हटाने व जोड़ने का आरोप लगाया गया था। मामला बाबूबरही थाना क्षेत्र के बरैल चौक के एक मारपीट व छीनझपट से जुड़ा हुआ था। घटना को लेकर दोनों पक्षों की ओर से बाबूबरही थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। एक पक्ष काजल कुमारी पति सोभा कुमार की ओर से बाबूबरही थाना में एफआईआर व दूसरे पक्ष की राजकुमार साह की पत्नी रामकुमारी देवी की ओर कांउटर केस दर्ज किया गया था।
केस खत्म करने को लेकर खजौली पुलिस इंस्पेक्टर शिवकुमार साह के साथ रामकुमारी देवी से चालीस हजार रूपए पर डील हुई थी। वादी ने पूर्व में पचीस हजार रूपये चुकता कर दिया था। शेष पंद्रह हजार रूपए देने को लेकर रविवार की सुबह बुलाया गया था। निगरानी टीम अहले सुबह से ही अपने काम पर लगी हुई थी। इंस्पेक्टर का सरकारी आवास थाना परिसर में ही अवस्थित है। सुबह के नौ बजे पुलिस इंस्पेक्टर शिवकुमार अपने आवास परिसर में धूप में बैठे हुए थे।
उसी बीच वादी पंद्रह हजार रूपए देने पहुंचे। वादी से पंद्रह हजार घूस लेते रंगे हाथ निगरानी टीम ने पुलिस इंस्पेटर शिवकुमार साह को दबोच लिया। निगरानी टीम को देखते ही इंस्पेक्टर भागने लगे। लेकिन निगरानी टीम ने उन्हें खदेड़कर पकड़ लिया। इंस्पेक्टर के चिल्लाने व घिघियाने की आवाज सुनकर थानाध्यक्ष रामचंद्र चौपाल सहित अन्य सभी पुलिस कर्मी उनके आवास परिसर में पहुंचे तो निगरानी टीम को देख सभी पीछे हट गए। जहां रिश्वत खोर भ्रष्ट पुलिस इंस्पेक्टर शिव कुमार को निगरानी टीम पटना ले गयी है, जिससे विशेष निगरानी कोर्ट में हाजिर करेगी।
गोपालगंज के निवासी हैं रिश्वत खोर इंस्पेक्टर
गिरफ्तार भ्रष्ट पुलिस अधिकारी मूल रूप से गोपालगंज जिला के निवासी हैं। वैसे वर्तमान में उनका पूरा परिवार पटना में रह रहा है। वे पूर्व में स्पेशल ब्रांच में थे। इसके बाद इनका तबादला मधुबनी पुलिस लाइन में हुआ था। दो वर्ष से वे खजौली अंचल थाना के पुलिस इंस्पेक्टर के रूप में कार्यरत थे। इनके अधिन खजौली, राजनगर,कलुआही एवं बाबूबरही थाना था। निगरानी टीम की ओर एक पुलिस अधिकारी पर की गई कार्रवाई से रिश्वतखोर अन्य भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।