पश्चिम चंपारण जिला स्थित गोपालपुर थाना के दरोगा ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह को अभियुक्त को पकड़ने के बदले फोन कर भगा देने के मामले में सस्पेंड कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक उपेन्द्रनाथ वर्मा ने इसकी पुष्टि की है। मामला यह है कि अपराधियों व कांड में वांछित लोगो की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने एक टीम का गठन किया है। जो प्रतिदिन जिले के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर फरार और वांछित अभियुक्त व अपराधियों को गिरफ्तार कर रही है। विगत 4 जनवरी को सदर एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडेय के नेतृत्व में यह टीम गोपालपुर के कुछ फरार अभियुक्तों को दबोचने के उद्देश्य से गई थी।
टीम पहले थाना में पहुंची। वहां पहली छापेमारी थाना क्षेत्र के एक गांव में जानलेवा हमला के अभियुक्त को गिरफ्तार करने के उद्देश्य से हुई। जिस कांड में अभियुक्त की गिरफ्तारी होनी थी उस कांड के अनुसंधानकर्ता ब्रजेन्द्र थे। जब पुलिस की टीम अभियुक्त के घर पहुंची तो घर के लोग गायब थे। वहां की स्थिति देख लग रहा था कि घर वाले कुछ ही देर पहले फरार हुए हैं।
इस पर टीम को सूचना लीक होने का संदेह हुआ। टीम ने इसकी जानकारी एसपी को दी। एसपी ने मामले का जांच कराया तो कांड के अनुसंधानक ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह की ओर से सूचना देकर आरोपी को भगाने का मामला सत्य साबित हुआ। जांच में मामला सत्य पाए जाने पर एसपी ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया।