भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए आज का दिन काफी यादगार है। पिछले साल आज ही के दिन अजिंक्या रहाणे के नेतृत्व में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को गाबा, ब्रिस्बेन में तीन विकेट से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-1 से जीती थी।
इस जीत के साथ ही भारत ने गाबा के मैदान पर 32 सालों से चली आ रही ऑस्ट्रेलिया की बादशाहत को खत्म कर दिया था। ऑस्ट्रेलिया ने गाबा में आखिरी टेस्ट मैच 1988 में वेस्टइंडीज के खिलाफ गंवाया था। इसके बाद से उसे इस मैदान पर कभी हार नहीं मिली थी।
इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत ने सामने 328 रनों का लक्ष्य रखा था। भारत की तरफ से चौथी पारी में शुभमन गिल ने 91, चेतेश्वर पुजारा ने 56 रन और ऋषभ पंत ने नाबाद 89 रन बनाकर भारत को जीत दिलाई।
मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 369 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 336 रन ही बना पाई। इसके बाद दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम 294 रनों पर सिमट गई। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया भारत को जीत के लिए 328 रन का ही लक्ष्य दे पाई, जिसे भारत ने सात विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया।

दक्षिण अफ्रीका दौरे में टेस्ट सीरीज 1-2 से हारने के बाद भारतीय टीम वनडे सीरीज में जीत से शुरुआत करना चाह रही थी लेकिन ऐसा हो ना सका। अफ्रीका ने भारत को आराम से हरा दिया। एक समय लगा भारत आराम से जीत जाएगा लेकिन ऐसा हो ना सका। तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच पार्ल के मैदान में खेला गया जिसमें भारत हार गया।

भारत और दक्षिण अफ्रीका (Ind vs SA) के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला पार्ल में खेला गया।दक्षिण अफ्रीका ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने जीत के लिए 297 रनों का लक्ष्य रखा। अफ्रीका की तरफ से कप्तान तेम्बा बावुमा और रासी वैन डर डुसेन ने शानदार शतक जड़ा।
जवाब में भारतीय टीम की नई जोड़ी केएल राहुल और शिखर धवन उतरे। राहुल सस्ते में निबट गए। इसके बाद विराट कोहली ने आकर 51 रन की शानदार पारी खेली लेकिन वह बड़ा स्कोर में तब्दील ना कर सके। इससे पहले शिखर भी 79 बनाकर आउट हो गए। शार्दुल ठाकुर ने अर्धशतक बनाकर नॉट आउट रहे। और भारत मैच 31 रन से हार गया।
भारत को 8वां झटका भुवनेश्वर कुमार के रूप में लगा। कुमार सिर्फ 4 रन बनाकर तबरेज शम्सी की गेंद पर तेम्बा बावुमा को कैच दे बैठे। भारत को अब जीत के लिए 46 गेंदों में 83 रन की जरूरत थी मगर भारत 1-0 से पीछे हो गया।
भारत का मीडिल ऑर्डर महज पचास रन के बीच सिमट गया। अगर कप्तानी देखें तो अफ्रीका के कप्तान की भूमिका भी बड़ी सराहनीय रही। वहीं, भारतीय कप्तान राहुल ने छठे विकल्प पर विचार नहीं किया। वैंकटेश से गेंदबाजी नहीं कराई गई। आखिरी ओवर में आकर भारतीय टीम लड़खड़ा गई। यजुवेंद्र चहल भी आज कुछ नहीं कर पाए। अश्विन ने जरूर एक विकेट लिए। वैंकटेश के हिस्से महज एक रन आउट रहा।