आओ बिहार में गच्चा-गच्चा खेलें, बीजेपी, वीआईपी, जदयू, हम…कोई नहीं किसी से कम, ऐसे में, नीतीश को सीएम हमनें बनाया…? पूरी खबर मुकेश सहनी के ईद है तो बिफरती भाजपा के गिर्द। केंद्र में नीतीश कुमार हैं तो बगल में यूपी चुनाव की चुस्की और सरगर्मी भी है। बिहार का मौसमी तापमान बेहद ठंडा है मगर राजनीतिक और सत्ताधारियों की गरमी सातवें आसमान पर। पढ़िए पूरी खबर
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ बिहार में होने वाले विधान पर्षद के चुनाव को लेकर एनडीए गठबंधन में बयानबाजी जारी है।
मुकेश सहनी की ओर से तेजस्वी यादव को छोटा भाई कहने पर बिहार में सियासत तेज हो गयी है। मंत्री नीरज कुमार के बाद अब भाजपा कोटे से ही मंत्री बने सम्राट चौधरी ने वीआईपी के अध्यक्ष और मंत्री मुकेश सहनी को सलाह दी है।
मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि सहयोगी अगर सहयोगी की तरह रहे तो ठीक वरना जो कोई भी जहां कहीं जाना चाहता है, जा सकता है। सम्राट चौधरी ने कहा है कि किसी के चले जाने से भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ता। जो लोग आज तेजस्वी यादव को छोटा भाई बता रहे हैं। उनको भाजपा ने 2020 के विधानसभा चुनाव में एक 11 सीटें दी 4 सीटों पर उनके विधायक के जीते भी और अब अगर कोई कहीं जाना चाहता है तो उसे रोका नहीं जा सकता बीजेपी को इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
राजद पर कटाक्ष करते हुए मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि हमने नीतीश कुमार को सत्ता में लाने का संकल्प लिया था और एक बार फिर नीतीश भाजपा के बूते ही बिहार के मुख्यमंत्री बने। हमने बिहार में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनवाने का काम किया राजद के लोग जो जोड़ घटाव कर रहे हैं उससे बिहार में सत्ता परिवर्तन नहीं होने वाला । राजद के नेताओं को मेहनत करनी चाहिए ना कि जोड़ घटाव। सम्राट चौधरी ने कहा कि जो लोग 2020 के चुनाव में नीतीश कुमार को हराना चाहते थे उन्हें सफलता नहीं मिली।
इधर, बिहार में NDA को गच्चा देगी VIP, इसकी अटकलें उस वक्त से तेज है जब मुकेश सहनी की RJD नेता से मुलाकात हुई। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से सीटों के तालमेल नहीं होने से नाराज बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में शामिल विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख से मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता ने मुलाकात कर अचानक राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है।
राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी अचानक वीआईपी प्रमुख और बिहार के मत्स्य व पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी के यहां सरकारी आवास पर मिलने पहुंचे। दोनों के नेताओं के बीच तकरीबन एक घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई।
इसके बाद बीजेपी ने मुकेश सहनी पर निशाना साधा। कहा, किस बात की धमकी दे रहे हैं वीआईपी नेता, समर्थन वापस लेना हो तो ले लें। वन पर्यावरण मंत्री व भाजपा नेता नीरज कुमार बबलू ने वीआईपी नेता व सरकार के मंत्री मुकेश सहनी को निशाने पर लिया। कहा, वे किस बात की गीदड़ भभकी दे रहे हैं। वे समर्थन वापसी की बात कह रहे हैं तो इसमें देर किस बात की है। जो बोलते हैं उसे पूरा करें, अन्यथा धमकी से बचना चाहिए।
शराबबंदी को लेकर जदयू विधायक संजीव कुमार के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वह जो भाजपा को सरकार से अलग होने की बात कह रहे हैं तो यह उनपर भी लागू होती है। उन्हीं को बोलिए, निकल लें। रही बात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बयान की, तो हमारे अध्यक्ष जी सटीक व जायज बात करते हैं।
शराबबंदी वापस लेने की जीतन राम मांझी की मांग पर बबलू ने कहा कि यह उनका अपना है। रहते-रहते वे गड़बड़ा जाते हैं। उम्र का असर है। उन्होंने कहा कि एनडीए एकजुट है। सबकुछ सामान्य है। यहां सबको आजादी है अपनी-अपनी राय रखने की, अपनी विचारधारा को लेकर चलने की। सभी अपना एजेंडा लेकर चल रहे हैं।
इधर, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर वहां की 51 सीटों और उनके उम्मीदवारों की सूची जदयू ने तैयार कर ली है। अगर शीघ्र भाजपा के साथ गठबंधन पर निर्णय नहीं होता है तो जदयू इस सूची को जारी कर देगा। उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची को जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने स्वीकृत कर वहां के प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल को अधिकृत कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे एक-दो दिनों के इंतजार के बाद इसे जारी कर सकते हैं।
यूपी चुनाव पर दिल्ली में बुधवार को ललन सिंह की अध्यक्षता में पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी और यूपी प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल उपस्थित थे। बैठक के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आरसीपी सिंह ने बताया है कि यूपी चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन पर बातचीत जारी है। शीघ्र निर्णय हो जाएगा।
इस बैठक में निर्णय हुआ कि आरसीपी सिंह भाजपा से वार्ता कर शीघ्र समझौते पर निर्णय कराएं। स्टैंड क्लियर होना चाहिए। अगर गठबंधन पर भाजपा के साथ शीघ्र समझौता नहीं होता है तो जदयू अपनी सूची को जारी कर देगा। ललन सिंह ने कहा कि 51 उम्मीदवारों की सूची लेकर पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव और यूपी प्रदेश अध्यक्ष बैठक में आए थे। हमने राज्य पार्टी के अध्यक्ष की 51 उम्मीदवारों की सूची को स्वीकृत कर उन्हें अधिकृत कर दिया है कि वे सूची जारी करें।