आकिल हुसैन, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। झंझारपुर अनुमंडल के ऐतिहासिक परसाधाम में ग्यारह फरवरी को आयोजित राजकीय मार्तण्ड महोत्सव की जिला प्रशासन की तैयारी शुरू कर दी गई है। सोमवार को डीडीसी अजय कुमार सिंह, झंझारपुर के एसडीएम अंशुल अग्रवाल, जिला योजना पदाधिकारी, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी सहित स्थानीय थाना पुलिस ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। एसडीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया, कला-संस्कृति व पर्यटन विभाग की ओर से गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी परसाधाम सूर्य मंदिर प्रांगण में राजकीय मार्तण्ड महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से इसकी तैयारी शुरू कर दी गई। कार्यक्रम स्थल तक जाने के लिए सड़कों की स्थिति, पेयजल की सुविधा, साफ-सफाई, मंदिर का रंग-रोगन, साज-सज्जा व सौंदर्यीकरण का स्थानीय प्रशासन ने जायजा लिया।
आगामी ग्यारह फरवरी को आयोजित होने जा रहे इस राजकीय महोत्सव में भाग लेने के लिये क्षेत्र के मशहूर लोक कलाकारों को आमंत्रण भेजा जा रहा है। कार्यक्रम के माध्यम से स्थानीय लोक व कला संस्कृति की छंटा दिखायी जाएगी। जानकारी के अनुसार, अनुमंडल मुख्यालय से तकरीबन पंद्रह किलोमीटर की दूरी पर परसा पंचायत के तहत परसाधाम में अस्सी के दशक में खुदाई के दौरान भगवान भास्कर की अति प्राचीन दुलर्भ प्रतिमा मिली थी। तत्कालीन मख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र के निर्देश पर पुरातत्व विभाग की ओर से सूर्य की अष्टधातु से निर्मित बेशकीमती प्रतिमा का सर्वेक्षण कराया गया था। पुरातत्व विभाग के सर्वेक्षण टीम ने राज्य सरकार को इस दुलर्भ प्रतिमा का संरक्षण का सुझाव दिया था।
पाषाण काल के अति प्राचीन सूर्य प्रतिमा के संरक्षण व सुरक्षा को लेकर भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया। मंदिर निर्माण के साथ ही परसाधाम क्षेत्र में लोक अस्था का केंद्र बन गया। कई दिग्गज शोधकर्ताओं ने अपने अपने स्तर से सूर्य प्रतिमा पर शोध कर निष्कर्ष निकाला। कई सारे ग्रंथों का प्रकाशन भी हो चुका है। परसाधाम को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का ढ़ेरों प्रस्ताव दिया गया। वर्ष 2011 में पर्यटन मंत्रालय की ओर से परसाधाम को पर्यटक स्थल घोषित कर पहली बार मार्तण्ड महोत्सव का आयोजन किया गया था। जिसके बाद से ही प्रतिवर्ष पर्यटन विभाग की ओर से राजकीय महोत्सव का आयोजन किया जाता आ रहा है।