सिंहवाड़ा,देशज टाइम्स ब्यूरो। अधवारा नदी पर कलिगांव से कहरिया के बीच पुल निर्माण की मांग को लेकर रूरल डेवलपमेंट मिशन की ओर से खनुआ चौड़ में आयोजित दो दिवसीय भूख हड़ताल मंगलवार को समाप्त हो गया। ग्रामीणों ने पुल नहीं तो वोट नहीं के नारेबाजी के साथ लोक सभा चुनाव में मतदान बहिष्कार का निर्णय किया। प्रमुख आरती देवी, उपप्रमुख साजीद मुजफ्फर, जदयू प्रवक्ता गणेश चौबे,चुनाव आयोग के आइकॉन मणिकांत झा, जीवेश झा, मुखिया रामकुमार झा ने जूस पिलाकर आंदोलन को समाप्त कराया। सकारात्मक वार्ता कर प्रमुख व उपप्रमुख ने कहा जनहित के मुद्दे पर पंचायत समिति की बैठक में प्रस्ताव लाकर सरकार व अधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा।
चिकित्सक ओम प्रकाश झा ने भूख हड़ताल में शामिल लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। पुल निर्माण संघर्ष समिति के संयोजक महेश झा ने केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी देकर ग्रामीणों के वोट बहिष्कार का समर्थन किया। अधवारा नदी पर पुल का निर्माण समय की मांग है।ब्रिटीश शासनकाल में इस नदी पर लोहे का पुल था जो ध्वस्त होने के बाद किसी भी सरकार ने सुधि नहीं ली। बाढ़, सुखाड़ से परेशान किसान पटवन को लेकर परेशान हैं। केंद्र, राज्य सरकार व जनप्रतिनिधि का आश्वासन मात्र दिखावा है। प्रधान मंत्री सड़क योजना से नदी के दोनों तरफ पथ निर्माण के बाद भी यातायात प्रभावित है। कलिगांव कहरिया से दरभंगा जाने में समय व पैसा की बर्बादी हो रही है।
सांसद, विधायक चुनाव के समय किए वादे का निर्वहन नहीं करते। जनहित के मुद्दे को उपेक्षित करना राजनीतिक धर्म है। जनता को आंदोलन के माध्यम सड़क पर धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ता है। अधवारा समूह नदी पर पुल बनने शिवहर, सीतामढ़ी, जाले, पुपरी की बड़ी आबादी का आवागमन सुगम होने के साथ दरभंगा से 25 किमी दूरी कम हो जाएगी। गाड़ी के इंधन व समय की बचत होगी। उधर, पुल निर्माण की मांग का प्रखंड राजद व कांग्रेस अध्यक्ष विनोद भगत, पुण्यानंद मिश्र समेत वाम दल के प्रतिनिधियों ने समर्थन कर विशाल धरना प्रदर्शन का आश्वासन दिया है। दो दिवसीय भूख हड़ताल के दूसरे दिन ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। सतीश चौधरी, जानकी झा, विपिन झा, विश्वजीत झा, पंचायत समिति रामकुमार मंडल, चंद्रकांत झा, विजय झा, मुनिंद्र झा, रंजीत कुमार,झा, रामशोभित चौपाल, बब्लू मंडल, हरिशंकर झा, अर्जुन झा, सुदिष्ट नारायण झा, राजा झा, मंजू झा, अवधेश कुमार झा सहित अन्य ने विचार रखे।