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दिसम्बर, 28, 2025

ना पूछो ज़माने से क्या हमारी कहानी है, पहचान बस इतनी, हम सब हिंदुस्तानी हैं

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गणतंत्र दिवस यानी रिपब्लिक डे। इस दिन हमारे देश का संविधान लागू हुआ था। पूरे देश में इसे लागू किया गया था। हमारे देश का संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर लागू उसके बाद 26 जनवरी 1950 को इसे पूरे राष्ट्र में लागू कर दिया गया। इसी वजह से पूरे देश में हर साल छब्बीस जनवरी के दिन ही गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। मगर बहुत ऐसे अधिकारी, शिक्षक, समाजसेवी व सामान्य लोग हैं जिन्हें स्वतंत्रता दिवस व छब्बीस जनवरी में फर्क नहीं मालूम। उन्हें नहीं पता, गणतंत्र दिवस वह दिन है जिस दिन हमारे देश भारत का सविंधान लागू हुआ था। भारत देश का सविंधान 26 जनवरी 1950 को सशक्त हुआ था जिससे गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट (1935) को हटा दिया था। भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा से अपनाया गया था, और एक एक स्वतंत्र गणराज्य बनने की दिशा में देश के संक्रमण को पूरा करने के लिए लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में आया था।

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ऐसे में, आओ झुक कर सलाम करे उनको, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है, खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है…आज शहीदों ने है तुमको, अहले वतन ललकारा, तोड़ो गुलामी की जंजीरें, बरसाओ अंगारा, हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा, भाई-भाई प्यारा, यह है आजादी का झंडा, इसे सलाम हमारा, दाग गुलामी का धोया है जान लुटा कर,दीप जलाए हैं कितने दीप बुझा कर, मिली है जब यह आज़ादी तो फिर इस आज़ादी को…रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर।

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चलो फिर से खुद को जागते हैं, अनुशासन का डंडा फिर घुमाते हैं,सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से, ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते हैं। आपको गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। बस इतना सा अनुरोध के साथ कि जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई,जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई,मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता। देश भक्तों की बलिदान से,स्वतंत्र हुए हैं हम, कोई पूछे कौन हो,तो गर्व से कहेंगे, भारतीय हैं  हम…। ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है, हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिंदुस्तानी हैं।ना पूछो ज़माने से क्या हमारी कहानी है, पहचान बस इतनी, हम सब हिंदुस्तानी हैं

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